राष्ट्रपति भवन : 06.07.2015
भारत के राष्ट्रपति, श्री प्रणब मुखर्जी ने आज (06 जुलाई, 2015) राष्ट्रपति निलयम उद्यान, बोलारम, सिकंदराबाद में ‘नक्षत्र वाटिका’ का उद्घाटन किया। उन्होंने उद्यान का एक चक्कर लगाया तथा सूर्य देवता का प्रतिनिधित्व करने वाले एक पौधे को पानी दिया। तेलंगाना और आंध्र प्रदेश के राज्यपाल, ई.एस.एल. नरसिम्हन तथा तेलंगाना के उप मुख्यमंत्री मोहम्मद अली उनके साथ थे।
यह उद्यान, निलयम के अन्य उद्यानों के साथ जनवरी, 2016 के प्रथम सप्ताह में जनता के लिए खोला जाएगा।
‘नक्षत्र वाटिका’ को 0.91 एकड़ भूखंड में वैदिक नक्षत्र विज्ञान के ‘श्री चक्र’ के समान विभिन्न ज्यामितीय आकारों में विकसित किया गया है। मध्य में बनावट वर्गाकार है और उसमें नवग्रह के प्रतीक रूप में नौ वर्ग शामिल हैं। प्रत्येक वर्ग में एक विशेष वृक्ष/पौधे की किस्म का रोपण किया गया है जो सम्बन्धित ग्रह का प्रतिनिधित्व करता है तथा जिसे खगोलीय दिशा के अनुरूप लगाया गया है। प्रथम आंतरिक गोलाकार घेरा 12 राशियों के समान 30०के अंतर पर 12 लघु वृत्तों में बंटा हुआ है। प्रत्येक में एक पौधा है जो विशेष राशि चिह्न का प्रतीक है। बाहरी गोलाकार घेरे में छोटे-छोटे वृत्त युक्त 13०-20’के 27 भाग शामिल हैं, जिनमें से प्रत्येक एक नक्षत्र का प्रतिनिधित्व करता है और उसमें एक विशेष नक्षत्र का प्रतिनिधि वृक्ष/पौधा लगाया गया है। कुल मिलाकर, 09 (नौ) नवग्रह, 12 (बारह) राशि तथा 27 (सत्ताइस) नक्षत्रों का प्रतिनिधित्व करने वाले 48 वृक्ष/पौधे उद्यान में मौजूद हैं। इनके अलावा, पीपल वृक्ष, केला वृक्ष तथा बिल्व भी वाटिका के उपयुक्त स्थलों पर लगाए गए हैं जिससे कुल 51 वृक्ष/पौधे हो गए हैं।
निलयम उद्यानों में पहले से एक औषधि उद्यान मौजूद है तथा यह परिसर में दूसरा विशिष्ट उद्यान होगा। (राष्ट्रपति भवन, नई दिल्ली के परिसर में नक्षत्र उद्यान, औषधि उद्यान, कैक्टस उद्यान, आध्यात्मिक उद्यान, बोन्साई उद्यान आदि और इस सबसे बढ़कर गुलाब के विशाल संग्रह वाला विख्यात मुगल उद्यान है।)
यह विज्ञप्ति 1900 बजे जारी की गई।