राष्ट्रपति भवन : 09.10.2014
भारत के राष्ट्रपति, श्री प्रणब मुखर्जी ने आज (09 अक्तूबर 2014) हैदराबाद में तेलंगाना सरकार द्वारा आयोजित 11वीं मैट्रोपोलिस वर्ल्ड कांग्रेस - 2014 के समापन समारोह में भाग लिया।
राष्ट्रपति ने कहा कि शहरीकरण पूरी दुनिया पर छाता जा रहा है। जहां 19वीं सदी साम्राज्यों की तथा20वीं सदी राष्ट्रों की सदी थी वहीं 21वीं सदी शहरों की सदी है। जहां विश्व की पचास प्रतिशत से अधिक आबादी शहरों में रहती है तब यह जरूरी हो जाता है कि प्रशासक स्वच्छता, प्रदूषण,आवागमन, शहरी सुविधाओं और जन-सुरक्षा के क्षेत्र में लगातार उभरती चुनौतियों के समाधान पर नवान्वेषी ढंग से कार्य करें। इसके लिए वर्तमान मांगों तथा हमारे समक्ष भावी चुनौतियों को पूर्ण करने के लिए शहरी शासन तथा स्थानीय वित्त को सशक्त करने की तात्कालिक जरूरत है।
राष्ट्रपति ने कहा कि किसी भी शहरी प्रशासक के लिए पहली चुनौती स्वच्छता होती है। ऐसा शहर जो केवल अपने कुड़े को फेंकता है एक स्मार्ट शहर नहीं हेता है। राष्ट्रपति ने सही दिशा में कदम उठाने पर हैदराबाद शहर की सराहना करते हुए भारत सरकार द्वारा सभी के लिए स्वच्छता सुविधाओं के सर्जन तथा शहरी भारत की सफाई के लिए शुरू किए गए ‘स्वच्छ भारत अभियान’ का उल्लेख किया।
राष्ट्रपति ने इस बात पर जोर दिया कि शहरी प्रशासकों को जनता को बेहतर सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए प्रौद्योगिकी का उपयोग करना चाहिए। सरकार से जनता को मिलने वाली सेवाएं न्यूनतम मानवीय हस्तक्षेप के साथ ऑनलाइन उपलब्ध होनी चाहिए तथा शहरों को वाई-फाई युक्त बनाने की जरूरत है।
राष्ट्रपति ने कहा कि शहरों की ओर लोगों के प्रवासन की बढ़ती गति को देखते हुए सभी के लिए आवास एक महत्वपूर्ण मुद्दा है। विश्वभर की शहरी सरकारों के लिए सुरक्षा भारी चिंता का विषय है। शहरी प्रशासकों को अधिकतम जन-सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए नई प्रौद्योगिकी का लाभ उठाना होगा।
राष्ट्रपति ने कहा कि भारत सरकार का तेजी से शहरीकरण के अनुरूप अवसंरचना तथा सेवाओं की स्थापना में राज्यों को सहयोग देने के लिए नया शहरी विकास मिशन शुरू करने का प्रस्ताव है।
यह विज्ञप्ति 1740 बजे जारी की गई।