राष्ट्रपति भवन : 20.03.2013
भारत के राष्ट्रपति, श्री प्रणब मुखर्जी ने आज (20 मार्च, 2013) राष्ट्रपति भवन में आयोजित समारोह में ‘द फर्स्ट वूमेन प्रेजिडेंट ऑफ इन्डिया: रिइन्वेंटिंग लीडरशिप, श्रीमती प्रतिभा देवीसिंह पाटील’ नामक पुस्तक की प्रति प्राप्त की। भारत की पूर्व राष्ट्रपति, श्रीमती प्रतिभा देवीसिंह पाटील के कृतित्व और व्यक्तित्व पर यह पुस्तक, श्रीमती सुनयना सिंह, कुलपति, अंग्रेजी एवं विदेशी भाषा विश्वविद्यालय, हैदराबाद द्वारा लिखी गई है।
इस अवसर पर बोलते हुए राष्ट्रपति ने कहा कि श्रीमती पाटील इस महान पद पर मेरी आसन्न पूर्ववर्ती रही तथा इस कारण यह समारोह और भी खास बन गया है। उन्होंने कहा कि वह अपने राजनीतिक जीवन की शुरुआत से ही उन बुराइयों के विरुद्ध लड़ती रहीं जो समय-समय पर हमारे समाज के ताने-बाने को झकझोरती रही हैं। उन्होंने कहा कि इस पुस्तक में रैगिंग, बालिका भ्रूण हत्या, नवजात बालिका हत्या, बाल विवाह, दहेज, मद्यपान आदि जैसी सामाजिक बुराइयों को समाज से खत्म करने के लिए श्रीमती प्रतिभा पाटील द्वारा शुरू की गई पहलों की बारीकी से पड़ताल करने का प्रयास किया गया है।
राष्ट्रपति ने प्रोफेसर सुनयना सिंह को, श्रीमती प्रतिभा पाटील के योगदान के महत्त्वपूर्ण पहलुओं का शानदार ढंग से चित्रण करने के लिए बधाई दी। उन्होंने कहा कि उन्हें विश्वास है कि कालांतर में यह पुस्तक भारतीय राजनीति तथा सार्वजनिक जीवन के अनुगामियों के लिए प्रेरणा का स्रोत बनेगी।
इस अवसर पर उपस्थित महत्त्वपूर्ण व्यक्तियों में श्रीमती प्रतिभा देवीसिंह पाटील, भारत की पूर्व राष्ट्रपति, श्रीमती मीरा कुमार, लोक सभा अध्यक्ष, श्रीमती कृष्णा तीरथ, केन्द्रीय महिला एवं बाल विकास राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) तथा श्री राधाकृष्ण वीखे पाटील, कृषि मंत्री, महाराष्ट्र सरकार शामिल थे।
यह विज्ञप्ति 1945 बजे जारी की गई