राष्ट्रपति भवन : 17.03.2013
भारत के राष्ट्रपति, श्री प्रणब मुखर्जी ने आज (17 मार्च, 2013) भारतीय प्रबंधन संस्थान, काशीपुर के प्रथम दीक्षांत समारोह में भाग लिया।
इस अवसर पर बोलते हुए राष्ट्रपति ने कहा कि भारत की राजनीतिक तथा आर्थिक स्थिरता के लिए यह जरूरी है कि हम सही मायने में ‘समावेशी’ विकास लाएं, अर्थात् ऐसा विकास जो कि देश के प्रत्येक नागरिक तक और खासकर उन तक पहुंचे जो कि समाज में हासिये पर हैं तथा हमारी समाजिक-आर्थिक पिरामिड की जड़ में हैं। उन्होंने भारतीय प्रबंधन संस्थान, काशीपुर के विद्यार्थियों तथा संकाय का आह्वान किया कि वे पिरामिड की जड़ की समस्याओं पर ध्यान केंद्रित करें तथा उनकी समस्याओं के समाधान के लिए नवान्वेषी समाधान विकसित करें।
विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए राष्ट्रपति ने कहा कि जब वे पेशेवर दुनिया में प्रवेश करें तो उन्हें यह याद रखना होगा कि ज्ञान प्राप्त करने की संभावना का कभी अंत नहीं होता। उन्होंने कहा कि शिक्षा जीवनपर्यंत चलने वाली प्रक्रिया है। उन्होंने आशा व्यक्त की कि उनकी पढ़ाई से उन्हें अपने जीविकोपार्जन के प्रत्येक स्तर पर ज्ञान प्राप्त करने की प्रेरणा मिलेगी।
यह विज्ञप्ति 1530 बजे जारी की गई