राष्ट्रपति भवन : 06.06.2013
भारत के राष्ट्रपति, श्री प्रणब मुखर्जी ने आज (6 जून, 2013) भोपाल में आदिवासी संग्रहालय का उद्घाटन किया।
इस अवसर पर बोलते हुए, राष्ट्रपति ने कहा कि उन्हें मध्य प्रदेश आदिवासी संग्रहालय में आकर तथा इस इलाके की आदिवासी जनता की कला एवं परंपराओं का अवलोकन करके बहुत प्रसन्नता हुई है। उन्होंने कहा कि केवल परंपरागत समाजों तथा उनकी संस्कृतियों, उनके धार्मिक विश्वासों तथा दैनिक अनुष्ठानों, उनके व्यवसायों तथा हस्तशिल्पों और उनके विभिन्न कला रूपों की अच्छी समझ से ही हम अपने देश के उद्विकास के कारकों तथा उसकी प्राचीन सभ्यता की महानता को बेहतर ढंग से समझ सकते हैं।
राष्ट्रपति ने मध्य प्रदेश की आदिवासी परंपराओं के विभिन्न स्वरूपों की संरक्षा, प्रोत्साहन तथा प्रचार के लिए मध्य प्रदेश सरकार को बधाई दी और कहा कि इस तरह का आदिवासी संग्रहालय अनुसंधानकर्ताओं, विद्वानों, विद्यार्थियों के लिए आदिवासी संस्कृति और दैनिक जीवन के विभिन्न पहलुओं के बारे में अनुसंधान करने के लिए एक संसाधन केंद्र का काम करेगा। यह संग्रहालय आदिवासी और शहरी समाजों के बीच संवाद तथा परस्पर आदान-प्रदान को सुविधा प्रदान करने का एक उपयोगी केंद्र भी बन सकता है।
यह विज्ञप्ति 2010 बजे जारी की गई।