राष्ट्रपति भवन : 11.10.2013
भारत के राष्ट्रपति श्री प्रणब मुखर्जी ने दुर्गा पूजा के अवसर पर अपने संदेश में कहा :-
दुर्गा पूजा के इस पावन अवसर पर, मैं अपने सभी देशवासियों को हार्दिक बधाई देता हूं।
दुर्गा पूजा, जिसे शरदोत्सव के रूप में भी जाना जाता है, बुराई पर अच्छाई की विजय का प्रतीक है। आइए, हम इस दिन संप्रदायवाद, असहिष्णुता और मानव निर्मित भेद-भाव की बुराइयों से ऊपर उठें। आइए, हम परस्पर सद्भाव, शांति और अहिंसा के प्रयोग और संवर्धन के प्रति स्वयं को समर्पित करें। सभी धर्मों की एकता में विश्वास के प्रति पुन: समर्पण तथा पंथ निरपेक्षता और सांप्रदायिक सौहार्द के लिए प्रतिबद्धता देवी दुर्गा के प्रति सर्वोत्तम श्रद्धा होगी।
देवी दुर्गा, शक्ति का अर्थात् ब्रह्मांड की असीम शक्ति का द्योतक और स्त्री शक्ति का प्रतीक हैं। दुर्गा पूजा हमारे समाज के नैतिक ताने-बाने को सशक्त बनाए और हमें एक ऐसे समाज के निर्माण के लिए प्रेरित करे, जिसमें महिलाओं का सम्मान हो और वे राष्ट्र निर्माण में समान रूप से योगदान देने के लिए सशक्त हों। देवी दुर्गा, सदाचार और अपने देशवासियों की सेवा के पथ पर हमारा सदैव मार्गदर्शन करें।
यह विज्ञप्ति 1500 बजे जारी की गई।