राष्ट्रपति भवन : 11.11.2012
भारत के राष्ट्रपति, श्री प्रणब मुखर्जी ने मौलाना अबुल कलाम आजाद के जन्म दिवस के उपलक्ष्य में राष्ट्रीय शिक्षा दिवस पर शिक्षकों, विद्यार्थियों और देश की शिक्षा प्रणाली के सभी भागीदारों को बधाई दी।
आज (11 नवम्बर 2012) राष्ट्रीय शिक्षा दिवस मनाने के लिए, मानव संसाधन विकास मंत्रालय द्वारा आयोजित समारोह को संबोधित करते हुए, राष्ट्रपति ने कहा कि हमारी शिक्षा प्रणाली के परिणाम को डिग्री धारकों की संख्या से नहीं बल्कि ऐसे जागरूक नागरिकों की विशाल संख्या से मापा जाना चाहिए जिन्हें प्रबुद्ध नागरिक के रूप में तैयार किया गया है, जो मानवता का सम्मान करते हैं और घृणा, क्षेत्रवाद, हिंसा, विभाजन की संकीर्ण भावना से ऊपर उठे हुए हैं और जो एक बेहतर, सुदृढ़ व जीवंत भारत में सार्थक योगदान दें।
उपस्थित गणमान्य अतिथियों में मानव संसाधन विकास मंत्री डॉ. एम. एम. पल्लम राजू, यूनेस्को में भारतीय प्रतिनिधि डॉ. करण सिंह, यूनेस्को की महानिदेशक सुश्री ईरीना बोकोवा, मानव संसाधन विकास राज्यमंत्री डॉ. शशी थरूर और मानव संसाधन विकास राज्यमंत्री श्री जितिन प्रसाद शामिल थे।
यह विज्ञप्ति 1310 बजे जारी की गई