राष्ट्रपति भवन : 25.09.2016
भारत के राष्ट्रपति, श्री प्रणब मुखर्जी 27 सितंबर, 2016 को देहरादून के राष्ट्रपति आशियाने का उद्घाटन करेंगे। वह 27 से 29 सितंबर, 2016 तक उत्तराखंड की अपनी यात्रा के दौरान इसी भवन में रहेंगे।
राष्ट्रपति भवन आशियाना जो कि राष्ट्रपति अंगरक्षक के कमांडेंट के बंगले के रूप में मूल रूप से निर्मित किया गया था, का लंबे समय के बाद राष्ट्रपति द्वारा जीर्णोद्धार किया जा रहा है। श्री के.आर. नारायरणन अंतिम राष्ट्रपति थे जो मार्च 1998 में यहां ठहरे थे।
राष्ट्रपति अंगरक्षक ने पहली बार घोड़ों और घुड़सवारों के लिए 1838में देहरादून में अपना प्रथम ग्रीष्मकालीन शिविर लगाया था। कमांडेंट का बंगला 1920 में निर्मित किया गया था और उसके बाद तत्कालीन भारत के राष्ट्रपति, श्री फखरुद्दीन अली अहमद के लिए शिमला के विकल्प के तौर पर एक उपयुक्त ग्रीष्मकालीन प्रवास स्थल प्रदान करने के लिए 1975-76के दौरान राष्ट्रपति आशियाने को नवीकृत एवं पुनः अभिकल्पित किया गया था।
आशियाने को अब एक बार फिर केंद्रीय भवन अनुसंधान संस्थान जिसने मई, 2015 में सर्वेक्षण किया, की सलाह के अनुसार एक बार फिर अब नवीकृत किया गया है। इसने भुकंपरोधी विशेषताओं के प्रावधान सहित पुनर्निर्माण के तरीके सुझाए हैं। केंद्रीय भवन अनुसंधान संस्थान की सलाह के आधार पर उर्ध्व व क्षैतिज भुकंपीय घेरे प्रदान करके नीवकरण किया गया है। पुनः पलस्तर करने से पहले सतह पर जाली लगाई गई हैं।
सौंदर्य और हरियाली को बढ़ाने के लिए पुष्पदार वृक्ष और झाडि़यों वाले अलंकारिक पौधे, झाडि़यों का रोपण और नए लॉन द्वारा आशियाने को खूबसूरत बनाया गया है। नालियां प्रयोग करने वाली पुरानी सिंचाई प्रणाली का भी पुनरुद्धार किया गया है।
देहरादून के राजपुर रोड पर स्थित आशियाने में मुख्य भवन, एनेक्सी, तरणताल, अपर स्टेबल एवं लाइन तथा सड़कों और रास्तों से जुड़े लोअर स्टेबल और लाइन शामिल हैं। आशियाने के चारो और लीची और आम के पेड़ों के बाग हैं।
यह विज्ञप्ति 1445 बजे जारी की गई।