राष्ट्रपति भवन : 14.11.2012
भारत के राष्ट्रपति, श्री प्रणब मुखर्जी ने आज (14 नवम्बर 2012) को प्रगति मैदान में भारतीय अतंरराष्ट्रीय व्यापार मेले का उद्घाटन किया। समारोह को संबोधित करते हुए राष्ट्रपति ने कहा कि यह मेला सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यमों के लिए अपने उत्पादों के प्रदर्शन तथा आकर्षक कीमतों पर घरेलू और अतंरराष्ट्रीय बाजारों में प्रवेश करने का श्रेष्ठ मंच है। राष्ट्रपति ने बल दिया कि सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम समावेशी विकास के सरकार की कार्यसूची का एक प्रमुख उद्देश्य ग्रामीण सशक्तीकरण का एक साधन है।
राष्ट्रपति को यह जानकर प्रसन्नता हुई कि इस वर्ष भारतीय अतंरराष्ट्रीय व्यापार मेले का विषय ‘भारत का दक्षता निर्माण’ रखा गया है। उन्होंने कहा कि भारतीय व्यापार संवर्धन संगठन ने इस महत्त्वपूर्ण आयोजन में अपने अनुभवों के आदान-प्रदान के लिए सभी भागीदारों को एकजुट करने में सराहनीय कार्य किया है।
इस अवसर पर उपस्थित गणमान्य लोगों में बेलारूस के प्रधानमंत्री श्री मिखाइल वी मयासिनिकोविच, केन्द्रीय वाणिज्य मंत्री श्री आनंद शर्मा, केन्द्रीय वाणिज्य राज्य मंत्री श्रीमती डी. पुरंदेश्वरी, दक्षिण अफ्रीका की व्यापार और उद्योग उपमंत्री सुश्री एलिजाबेथ थाबेथे, अंडमान निकोबार द्वीपसमूह के उपराज्यपाल ले.ज. (सेवानिवृत्त) भूपिन्दर सिंह, उत्तराखंड के मुख्यमंत्री श्री विजय बहुगुणा व राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र दिल्ली की मुख्यमंत्री शीला दीक्षित उपस्थित थी।
32वें भारतीय अतंरराष्ट्रीय व्यापार मेले में, फोकस राज्य और देश क्रमश: अंडमान निकोबार द्वीपसमूह और दक्षिण अफ्रीका हैं। साझीदार राज्य और देश क्रमश: उत्तराखंड और बेलारूस हैं। अफगानिस्तान, बांग्लादेश, बेलारूस, चीन, क्यूबा, ईरान, पकिस्तान, पापुआ न्यूगिनी, श्रीलंका, दक्षिण अफ्रीका और थाइलैंड ने इस व्यापार मेले में अपने राष्ट्रीय पवेलियन लगाए है और 22 देशों के लगभग 480 विदेशी प्रदर्शक इस आयोजन में भाग ले रहे हैं।
यह विज्ञप्ति 1615 बजे जारी की गई