राष्ट्रपति भवन : 16.05.2017
राष्ट्रपति की सचिव, श्रीमती ओमिता पॉल ने आज (16 मई, 2017) राष्ट्रपति भवन में एक मधुमक्खी पालन प्रशिक्षण कार्यक्रम का उद्घाटन किया।
इस अवसर पर राष्ट्रपति की सचिव ने कहा कि पिछले पांच वर्षों में नए वृक्षों के रोपण और ट्यूलिप आदि जैसे फूलों की दुर्लभ किस्मों की शुरुआत सहित बागवानी के क्षेत्र में राष्ट्रपति भवन में बहुत सी नई पहलें की गई हैं। क्षेत्र की भरपूर वनस्पति को देखते हुए राष्ट्रपति भवन में निर्मित मधु उत्तम गुणवत्ता का होगा। प्रशिक्षण के बाद खादी ग्रामोद्योग आयोग राष्ट्रपति भवन परिसर में विभिन्न चरणों में 500 मधुमक्खी बक्से रखेगा। इसके अलावा, मधुमक्खी पालन से राष्ट्रपति संपदा में और उसके आसपास वनस्पति और जीवों में वृद्धि तथा फसल के कम से कम 25 प्रतिशत बढ़ने की उम्मीद है।
खादी ग्रामोद्योग आयोग के अध्यक्ष, श्री वी.के. सक्सेना ने कहा कि प्रशिक्षण कार्यक्रम के प्रतिभागियों को मधुमक्खी पालन के व्यापक क्षेत्र और महत्व, मधुमक्खी पालन के अहम पहलुओं और सुझावों तथा वनस्पति और जीवों के रख-रखाव में मधुमक्खी पालन के महत्व आदि की जानकारी दी जाएगी।
इस कार्यक्रम को प्रधानमंत्री, श्री नरेन्द्र मोदी के मधु क्रांति के आह्वान के बाद केंद्रीय खादी ग्रामोद्योग आयोग द्वारा आरंभ किया गया है।
विशेष कार्य अधिकारी (उद्यान) राष्ट्रपति भवन, श्री यू. डी. कुकरेती ने बताया कि प्रशिक्षण कार्यक्रम पांच दिन की अवधि के लिए होगा तथा प्रतिभागियों में राष्ट्रपति भवन के उद्यान विभाग के माली/कर्मचारी तथा राष्ट्रपति भवन के स्वयं सहायता समूहों की महिलाएं शामिल होंगी।
यह विज्ञप्ति 1800 बजे जारी की गई।