राष्ट्रपति भवन : 04.05.2014
पूर्व राष्ट्रपति-परिसहायकों का प्रथम आधिकारिक पुनर्मिलन समारोह आज (4 मई, 2014) को राष्ट्रपति भवन में आयोजित किया गया।
इस अवसर पर बोलते हुए राष्ट्रपति ने कहा कि वह परिसहायकों को न केवल राष्ट्रपति के साथ निरंतर मौजूद व्यक्तियों के रूप में देखते हैं, बल्कि उन्हें राष्ट्राध्यक्ष के सबसे मूल्यवान सहयोगी समझते हैं। उन्होंने कहा कि यहां मौजूद प्रत्येक परिसहायक उनके प्रख्यात पूर्ववर्तियों के साथ संबद्ध रहा है। उन्होंने उनसे आग्रह किया कि उन्हें सदैव यह याद रखना चाहिए कि वे यहां अतिथि नहीं हैं वरन् इस भवन के निवासी हैं जिसका हर-एक हिस्सा न केवल साम्राज्य का इतिहास कहता है, वरन् हमारे देश, इसके लोगों तथा इसके भविष्य का भी इतिहास है।
इस पुनर्मिलन समारोह में आजादी के बाद के सभी राष्ट्रपतियों के समय के पूर्व एवं वर्तमान परिसहायकों ने भाग लिया। श्री सी. राजगोपालाचारी के परिसहायक, रियर एडमिरल (सेवा निवृत्त) किरपाल सिंह तथा डॉ. राजेंद्र प्रसाद के परिसहायक एयर मार्शल (सेवानिवृत्त) एम.एम. सिन्हा ऐसे सबसे पुराने परिसहायकों में से थे। ले. जनरल, रामेश्वर यादव, महानिदेशक इन्फैंट्री तथा ले. जनरल एस.के. गडेयोक, कमांडेंट स्टाफ कॉलेज, वेलिंगटन वरिष्ठतम् सेवारत् परिसहायकों में से थे।
यह विज्ञप्ति 1930 बजे जारी की गई।