राष्ट्रीय नवान्वेषण क्लब की बैठक राष्ट्रपति भवन में आयोजित की गई
राष्ट्रपति भवन : 16.03.2016

राष्ट्रीय नवान्वेषण क्लब की एक बैठक कल (15 मार्च, 2016) चल रहे नवान्वेषण उत्सव (12-19मार्च, 2016) के चौथे दिन राष्ट्रपति भवन में आयोजित की गई।

छह नवान्वेषण क्लब के प्रतिनिधियों, प्रो. समीर खांडेकर, आईआईटी कानपुर; डॉ. पंकज मेहता, केन्द्रीय विश्वविद्यालय जम्मू; श्री साईकांत डाचा, आईआईटी मद्रास; श्री रजत संखलेचा, आईआईटी तिरुचिरापल्ली;प्रो.(श्रीमती) मिनी शाजी थॉमस,जामिया मिलिया इस्लामिया तथा प्रो. पी.वी. मधुसूदन राव, आईआईटी दिल्ली ने इस अवसर पर अपने अनुभव साझा किए।

प्रौद्योगिकी उद्यमियों,श्री शरद शर्मा,सहसंस्थापक और सीईओ,ब्रांड सिग्मा तथा श्री विशाल गोंडाल, सीईओ और संस्थापक, जीओक्यूआईआई द्वारा प्रस्तुतियां दी गईं। श्री शरद शर्मा ने कहा कि निर्माण खण्डों का लोकतंत्रीकरण हो जाए तो समस्याओं के समाधान के सैकड़ों प्रयोग सफल हो जाएंगे।

श्री विशाल गोंडाल, सीईओ और संस्थापक ने कहा कि प्रौद्योगिकी के लिए सामान्य बुद्धि प्रयोग करने की आवश्यकता है।

इस अवसर पर, श्रीमती ओमिता पॉल, राष्ट्रपति की सचिव ने कहा कि सर्जनात्मकता, नवान्वेषण, उद्यमिता और स्टार्ट-अप एक प्रकार की मनोवृत्ति के परिणाम हैं। उन्होंने बताया कि किस प्रकार विभिन्न नवान्वेषी उपायों ने राष्ट्रपति भवन तथा राष्ट्रपति संपदा के लोगों के जीवन में बड़ा परिवर्तन पैदा किया है। उन्होंने व्यापक संरक्षण प्रबंधन योजना, राजेंद्र प्रसाद सर्वोदय विद्यालय, मल-जल शोधन संयंत्र, आयुष आरोग्य केंद्र आदि उदाहरण दिए।

भारत और विदेश के शिक्षाविदों,प्रौद्योगिकी कारोबार विकासकर्ताओं तथा वरिष्ठ अधिकारियों की प्रतिभागिता से प्रेरक नवान्वेषण पर एक सत्र का आयोजन किया गया। प्रतिभागियों में श्री एच के मित्तल, अध्यक्ष, राष्ट्रीय विज्ञान और प्रौद्योगिकी उद्यमिता विकास बोर्ड, प्रो. यूरेल रिकमैन, अध्यक्ष, आईसीसी; श्री मार्क प्रेंसकी,संस्थापक, द ग्लोबल फ्यूचर एजुकेशन फाउंडेशन एंड इंस्टीट्यूट, अमरीका; प्रो. जॉन वेब, अनुसंधान प्रोफेसर (इंडिया इंगेजमेंट),सेंटर फॉर ट्रांसफोर्मेटिव इनोवेशन, ऑस्ट्रेलिया; प्रो. एस.के. साहा, विभागाध्यक्ष, यांत्रिक इंजीनियरी तथा समन्वयक विभाग, ग्रामीण प्रौद्योगिकी कार्यदल, आईआईटी, दिल्ली, डॉ. वीरेंद्र कुमार विजय,अध्यक्ष तथा इरेडा चेयर प्रोफेसर, ग्रामीण विकास और प्रौद्योगिकी केंद्र, आईआईटी दिल्ली शामिल थे।

राष्ट्रीय नवान्वेषण क्लबों तथा उत्कृष्ट प्रौद्योगिकी कारोबार विकासकर्ताओं की उल्लेखनीय उपलब्धियों पर एक पोस्टर प्रस्तुति का भी आयोजन किया गया।

नवान्वेषण उत्सव के पांचवे दिन आयुर्विज्ञान और जैव-प्रौद्योगिकी में नवान्वेषण पर गोलमेज परिचर्चा, आयुर्विज्ञान और जैव प्रौद्योगिकी में उत्कृष्ट नवान्वेषण प्रदर्शनी तथा बुनियादी नवान्वेषकों के साथ वैज्ञानिकों की बातचीत होगी।

यह विज्ञप्ति 1200बजे जारी की गई।

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