राष्ट्रपति भवन : 27.10.2016
न्यूजीलैंड के महामहिम प्रधानमंत्री जॉन की ने कल (26 अक्तूबर, 2016) राष्ट्रपति भवन में राष्ट्रपति,प्रणब मुखर्जी से भेंट की।
न्यूजीलैंड के प्रधानमंत्री और उनके शिष्टमंडल का भारत आगमन पर स्वागत करते हुए राष्ट्रपति ने कहा कि भारत न्यूजीलैंड के साथ अपने संबंध को महत्व देता है। उच्च स्तरीय संपर्कों की सतत गति से भारत और न्यूजीलैंड के बीच द्विपक्षीय संबंध की बढ़ती हुई घनिष्ठता और उत्साह की पुष्टि होती है।
राष्ट्रपति ने कहा कि भारत और न्यूजीलैंड के विधि शासन में विश्वास और उसका सम्मान करने वाले दो बहुसांस्कृतिक जीवंत लोकतंत्र होने के कारण साझे मूल्यों और सहयोग पर आधारित विशिष्ट संबंध हैं। न्यूजीलैंड खाद्य सुरक्षा के भारत के प्रयास में एक प्रमुख साझीदार बन सकता है। वस्तुओं और सेवाओं का द्विपक्षीय व्यापार पिछले आठ सालों में लगभग दुगुना हो गया है। वर्तमान में 2015 का वस्तु और सेवा का कुल व्यापार 1.45बिलियन अमरीकी डॉलर हो। भारत और न्यूजीलैंड इस क्षेत्र और उससे आगे सुरक्षा, स्थिरता और समृद्धि को बढ़ाने में साझीदारी कर सकते हैं। दोनों देश नौवहन की स्वतंत्रता सुनिश्चित करते हुए और आतंकवाद का मुकाबला करते हुए समुद्री सुरक्षा जैसे क्षेत्रों में मिलकर काम कर सकते हैं। राष्ट्रपति ने कहा दोनों देशों की जनता की संबंधों को सुधारने की दृढ़ आकांक्षा है।
न्यूजीलैंड के प्रधानमंत्री ने राष्ट्रपति की भावनाओं का प्रत्युत्तर दिया और कहा कि उनकी सरकार द्विपक्षी संबंधों को बढ़ाना और सुदृढ़ करना चाहती है। उन्होंने इस वर्ष के आरंभ में न्यूजीलैंड की यात्रा करने के लिए राष्ट्रपति मुखर्जी का धन्यवाद किया और कहा कि भारत का आर्थिक विकास नए अवसर प्रदान करता है। न्यूजीलैंड में एक सशक्त और बढ़ता हुआ भारतीय समुदाय है। उन्होंने कहा कि दोनों देशों के बीच उच्च स्तरीय संबंध परस्पर भावनाओं की बेहतर समझ के लिए आधार प्रदान करते हैं।
यह विज्ञप्ति 1230 बजे जारी की गई।