राष्ट्रपति भवन : 16.03.2013
भारत के राष्ट्रपति, श्री प्रणब मुखर्जी ने आज (16 मार्च, 2013) कोट्टायम में मलयाला मनोरमा की 125वीं जयंती समारोहों का उद्घाटन किया।
इस अवसर पर बोलते हुए राष्ट्रपति ने कहा कि मीडिया को सार्वजनिक जीवन की स्वच्छता में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभानी है। परंतु इस भूमिका का निर्वाह करने के लिए मीडिया का अपना जीवन भी संदेह से ऊपर होना चाहिए। यह सदैव याद रखा जाना चाहिए कि न केवल साधन बल्कि साध्य भी उतना ही महत्त्वपूर्ण है। सदैव उच्चतम नैतिक मानदंडों का पालन होना चाहिए। सनसनी को तटस्थ मूल्यांकन तथा सत्यतापूर्ण रिपोर्टिंग का विकल्प नहीं बनाया जाना चाहिए। गल्पों तथा अटकलों को सुदृढ़ तथ्यों का स्थान नहीं लेना चाहिए। इस बात को सुनिश्चित करने के लिए प्रत्येक प्रयास होना चाहिए कि राजनीतिक तथा वाणिज्यिक हितों को प्रामाणिक तथा स्वतंत्र विचार के रूप में प्रस्तुत नहीं किया जाना चाहिए। ईमानदारी तथा स्वतंत्रता एक ही सिक्के के दो पहलू हैं और ये दोनों ही मीडिया तथा हम में से हर एक के लिए भी उतने ही महत्त्वपूर्ण हैं। यह माना जाना चाहिए कि मीडिया अपने आम पाठकों तथा दर्शकों के प्रति तथा इनके माध्यम से पूरे देश के प्रति जवाबदेह है।
राष्ट्रपति ने इस अवसर पर मलयाला मनोरमा के 125 वर्ष पूर्ण होने पर एक स्मारक डाक टिकट जारी किया।
यह विज्ञप्ति 1850 बजे जारी की गई