राष्ट्रपति भवन : 26.03.2015
भारत के राष्ट्रपति श्री प्रणब मुखर्जी ने कल (25 मार्च, 2015) कतर के अमीर महामहिम शेख तमिम बिन हमद अल थानी की अगवानी की।
इस अवसर पर बोलते हुए राष्ट्रपति ने कहा कि उन्हें विश्वास है कि अमीर की इस यात्रा से, जो कि उनकी भारत की पहली राजकीय यात्रा है,भारत और कतर के बीच संबंधों में और प्रगाढ़ता आएगी। उन्होंने अमीर तथा उनके पिता को भारत के साथ द्विपक्षीय रिश्तों की मजबूती के प्रति उनकी व्यक्तिगत प्रतिबद्धता के लिए धन्यवाद दिया। उन्होंने कतर के अमीर तथा उनकी सरकार को कतर में भारतीय समुदाय की हिफाजत, सुरक्षा तथा खुशहाली सुनिश्चित करने के लिए भी धन्यवाद दिया।
राष्ट्रपति ने कहा कि भारत के आर्थिक विकास को बढ़ाने के लिए कई सुधार शुरू किए हैं। भारत सरकार ने रेल, रक्षा तथा बीमा जैसे प्रमुख क्षेत्रों में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश की उच्चतम सीमा में ढील दी है। भारत में निवेश करने का यह उपयुक्त समय है, खासकर इसलिए क्योंकि भारत एक बार फिर से उच्च विकास दर के मार्ग पर है। राष्ट्रपति ने व्यापार को और अधिक व्यापक तथा विविधीकृत बनाने की जरूरत व्यक्त की।
राष्ट्रपति जी के उद्गारों के प्रत्युत्तर में अमीर ने कहा कि ़कतर और भारत के बीच द्विपक्षीय संबंध सदैव मजबूत रहे हैं परंतु उन्हें और मजबूत बनाया जा सकता है। उनकी यात्रा का उद्देश्य रिश्तों को प्रगाढ़ करना है। कतर को विभिन्न क्षेत्रों में दोनों देशों के बीच संबंधों में प्रगति पर खुशी है। उन्हें विश्वास है कि ये संबंध विकसित होते रहेंगे और आगे बढ़ेंगे, खासकर दोनों देशों के बीच विभिन्न करारों पर हस्ताक्षर करने तथा भारत की सरकार द्वारा महत्त्वपूर्ण आर्थिक सुधार शुरू करने से, जो भारत में निवेश के माहौल में सुधार लाएंगे। अमीर ने भारत की ऊर्जा जरूरतों की प्राप्ति के लिए कतर की प्रतिबद्धता दोहराई। उन्होंने कतर में भारतीय समुदाय की भूमिका तथा कतर की प्रगति ओर आर्थिक विकास में उनके योगदान को सराहा।
राजभोज के दौरान अपने अभिभाषण में राष्ट्रपति ने कहा कि भारत और कतर के बीच भौगोलिक निकटता तथा सांस्कृतिक समानताओं पर आधारित प्रगाढ़ तथा समृद्ध ऐतिहासिक संपर्क रहे हैं। कतर हमारे विस्तारित पड़ोस का हिस्सा है। हमारे सभ्यतागत संपर्क, हमारे पारस्परिक रूप में लाभदायक, बढ़ते हुए आर्थिक तथा वाणिज्यिक आदान-प्रदानों तथा जनता के आपसी संपर्कों के रूप में परिलक्षित होते हैं। दोनों देश अपने व्यापार तथा निवेश संबंधों में मौजूद क्षमताओं को साकार करने के लिए मिलकर बहुत कुछ कर सकते हैं।
राष्ट्रपति ने कहा कि उच्चतम् मानकों वाली अवसंरचनात्मक परियोजनाओं के निष्पादन के क्षेत्र में हमारी विश्व प्रसिद्ध कंपनियों के समृद्ध अनुभव से कतर के हमारे मित्र लाभ उठा सकते हैं। भारत को विश्वास है कि वे कतर की आर्थिक प्रगति में अच्छे साझीदार बनेंगे तथा 2022 के फीफा विश्व कप की तैयारियों में आपके देश को सार्थक योगदान देंगे।
राष्ट्रपति ने कहा कि भारत ऊर्जा के विश्वसनीय स्रोत के रूप में ़कतर को अत्यधिक महत्त्व देता है। यही समय है जब दोनों देश अपने वाणिज्यिक तालमेलों को, भारत में रिफाइनरी तथा पेट्रेकैमिकल परियोजनाओं के भारत-कतर संयुक्त उपक्रमों तथा तीसरे देशों में संयुक्त खोज के माध्यम से मजबूत ऊर्जा साझीदारी में बदलें। भारत, कतर के निवेशकों और उद्यमियों को भारत के अवसंरचना सेक्टर पर नजर डालने तथा ‘भारत में निर्माण’तथा ‘डिजटल भारत’ की हमारी सरकार की पहलों में सहभागिता के लिए निमंत्रण देता है। भारत की ‘100 स्मार्ट शहर’ परियोजना विदेशी सहभागिता के लिए खुली है। भारत, समान हित के क्षेत्रों में नई साझीदारियों और सहयोगों के प्रति आशान्वित है।
राष्ट्रपति ने कहा कि कतर ने बड़ी संख्या में भारतीय प्रवासियों को खुलकर गले लगाया है तथा उन्हें प्रगति करने तथा समद्धि की प्राप्ति के लिए प्रोत्साहित किया है। कतर में मौजूद भारतीय समुदाय ने अपने मेजबान देश के विकास और प्रगति में जो सकारात्मक योगदान दिया है, उसे समुचित मान्यता तथा सराहना मिली है।
राष्ट्रपति ने कहा कि कतर ऐसे क्षेत्र से है जो भारत के लिए अत्यंत महत्त्वपूर्ण है। पश्चिम एशिया में शांति तथा स्थिरता दोनों देशों के हित में हैं। दोनों देशों को प्रभावित करने वाले आतंकवाद तथा समुद्री लुटेरों का सामना करने के लिए भारत और कतर का सहयोग जरूरी है।
यह विज्ञप्ति 13:30 बजे जारी की गई