केरल वास्तव में अनेकता में एकता की अवधारणा का प्रतीक है, यही विचार भारत को परिभाषित करता है
राष्ट्रपति भवन : 27.02.2016

राष्ट्रपति ने कहा विगत कुछ दशक में केरल द्वारा की गई प्रगति सराहनीय है


भारत के राष्ट्रपति, श्री प्रणब मुखर्जी ने आज (27 फरवरी, 2016) कोझीकोड में आयोजित एक समारोह में केरल सरकार की अनेक योजनाएं आरंभ कीं। इनमें डिजीटल राज्य के रूप में केरल की शुरुआत, डिजीटल सशक्तीकरण अभियान का शुभारंभ, एक श्रम सहकारी संस्था द्वारा स्थापित प्रथम साहबर पार्क, यू.एल. साइबर पार्क की शुरुआत, एक जैंडर पार्क का उद्घाटन तथा कनिवू (करुणा) योजना की शुरुआत शामिल हैं।

इस अवसर पर, राष्ट्रपति ने कहा कि केरल ने स्थानीय सरकारों को मजबूत बनाने तथा विकास के विकेंद्रण में काफी सफलता प्राप्त की है। इसने नियोजन, निर्णयकरण, संसाधन जुटाने तथा पारदर्शिता और जवाबदेही सुनिश्चित करने में सभी वर्गों के लोगों की भागीदारी तय करने के कदम उठाए हैं। लोकतंत्र केरल के विचार और संस्कृति में निहित है। केरल में संसदीय लोकतंत्र, विविध विचार मानने वाले शिक्षित और जागरूक मतदाताओं की सुदृढ़ नींव पर फल-फूल रहा है। यहां एक बहुपंथीय और बहुजातीय समाज समावेशिता एक सहिष्णुता की संस्कृति को बढ़ावा देते हुए सदियों से मिलजुल कर रहा है। केरल वास्तव में अनेकता में एकता की अवधारणा का प्रतीक है, यही विचार भारत को परिभाषित करता है।

राष्ट्रपति ने कहा कि विगत कुछ दशक में केरल द्वारा की गई प्रगति सराहनीय है। आज यह सामाजिक विकास विशेषकर शिक्षा, स्वास्थ्य और महिला सशक्तीकरण के क्षेत्रों में गौरवपूर्ण रूप से अग्रणी पंक्ति में है। केरलवासी उत्तम जीवन जीते हैं जिसकी विश्व के अधिकांश विकसित देशों के साथ तुलना की जाती है। यह उल्लेखनीय प्रगति सरकार, विभिन्न सामाजिक संगठनों के मिलेजुले प्रयासों और सबसे महत्त्वपवूर्ण केरल के लोगों के परिश्रम, खुलेपन तथा उद्यम की भावना के कारण संभव हुई है।

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यह विज्ञप्ति 1535 बजे जारी की गई

 

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