राष्ट्रपति भवन : 14.02.2017
स्मार्ट ग्राम पहल के अंतर्गत राष्ट्रपति भवन द्वारा गोद लिए गए गांवों के कार्यकर्ताओं के द्वितीय बैच को आज (14 फरवरी, 2017) को राष्ट्रपति भवन में आयोजित एक समारोह में कौशल विकास और इंटर्नशिप प्रशिक्षण कार्यक्रम के अंतर्गत प्रशिक्षण पूर्ण करने पर प्रमाणपत्र प्रदान किए गए।
प्रमाणपत्र प्रदान करने के बाद, राष्ट्रपति की सचिव, श्रीमती ओमिता पॉल ने कहा कि राष्ट्रपति भवन में चिकित्सा की पारंपरिक प्रणालियों के प्रशिक्षण के प्रयोग के परिणामस्वरूप आयुष पर ध्यान देते हुए एक प्रकार का अभियान शुरू हुआ है। प्रशिक्षुओं के पांच बैच ने पहले ही राष्ट्रपति भवन के आयुष आरोग्य केंद्र में सफलतापूर्वक प्रशिक्षण पूरा कर लिया है। रोगियों को राहत प्रदान करने के लक्ष्य से, पारंपरिक चिकित्सा प्रणालियों को एलोपैथिक प्रणाली के साथ जोड़ने के प्रयास भी किए गए हैं। उन्होंने प्रशिक्षुओं से कहा कि सदैव उन्मुक्त मन रखें और यह याद रखें कि सीखना एक आजीवन प्रक्रिया है। उन्होंने यह भी आशा व्यक्त की कि प्रशिक्षण से न केवल कार्यकर्ताओं बल्कि उनके गांवों के लोगों को भी लाभ होगा।
दोहला, अलीपुर, हरचंदपुर और रोजकामेव गांवों के कार्यकर्ताओं को पारंपरिक चिकित्सा प्रणालियों में साठ दिन का प्रशिक्षण प्रदान किया। रेड क्रॉस सोसायटी ने प्राथमिक चिकित्सा प्रशिक्षण किया तथा राष्ट्रीय कौशल विकास निगम ने शिक्षणपूर्व मान्यता के लिए राष्ट्रपति भवन के साथ सहयोग दिया। अब तक राष्ट्रपति भवन के आयुष आरोग्य केंद्र में कुल पांच बैच को सफलतापूर्वक प्रशिक्षित किया जा चुका है जिनमें से आज प्रमाणपत्र करने वाला राष्ट्रपति भवन द्वारा गोद लिए गए गांवों के प्रशिक्षित कार्यकर्ताओं का दूसरा बैच है।
यह विज्ञप्ति 1345बजे जारी की गई।’