राष्ट्रपति भवन : 31.08.2012
भारत के राष्ट्रपति श्री प्रणब मुखर्जी ने आज राज्य सिविल सेवा के लिए आयोजित 111वें प्रवेश प्रशिक्षण कार्यक्रम के भारतीय प्रशासनिक सेवा में पदोन्नत 33 अधिकारी प्रशिक्षणार्थियों के एक समूह से राष्ट्रपति भवन में मुलाकात की। ये अधिकारी वर्तमान में राष्ट्रीय लाल बहादुर शास्त्री प्रशासन अकादमी मसूरी में आठ सप्ताह के प्रवेश प्रशिक्षण कार्यक्रम में भाग ले रहे हैं।
राष्ट्रपति ने भारतीय प्रशासनिक सेवा में पदोन्नत होने पर सभी प्रशिक्षणार्थी अधिकारियों को बधाई दी। उन्होंने कहा कि यह प्रशिक्षण पाठ्यक्रम उन्हें अपने अनुभवों के आदान-प्रदान का अवसर देगा। वर्षों के दौरान प्रत्येक राज्य ने एक विशेष प्रशासनिक और कार्य संस्कृति विकसित की है, इसलिए इन अनुभवों का आदान-प्रदान लाभकारी होगा। राष्ट्रपति का कहना था कि सिविल सेवा अधिकारी राजनीतिक कार्यपालिका के निर्णयों के कार्यान्वयन का सबसे महत्त्वपूर्ण माध्यम हैं। उन्होंने उम्मीद व्यक्त की कि प्रशिक्षण की अवधि अधिकारियों के लिए उपयोगी होगी और वे राष्ट्र निर्माण के लिए अपनी सेवाएं समर्पित करेंगे। उन्होंने कहा कि जन अपेक्षाएं बढ़ रही हैं तथा लोग लगातार अपने अधिकारों के प्रति जागरूक हो रहे हैं। उन्होंने अधिकारियों से आग्रह किया कि वे लोगों को विकास में साझीदार बनाने के लिए उत्प्रेरक की भूमिका निभाएं।
यह विज्ञप्ति 1330 बजे जारी की गई