भारतीय भाषाओं को और अधिक प्रचारित करने के लिए मंच बनाए जाएं : राष्ट्रपति ने कहा
राष्ट्रपति भवन : 27.12.2012
भारत के राष्ट्रपति, श्री प्रणब मुखर्जी ने आज (27 दिसम्बर, 2012) तिरुपति में चतुर्थ विश्व तेलुगु सम्मेलन का उद्घाटन किया।
इस अवसर पर बोलते हुए, उन्होंने प्राधिकारियों का आह्वान किया कि भारतीय भाषाओं को और अधिक प्रचार का अवसर प्रदान किया जाए जिससे भारतीय भाषाओं में निहित सर्जनात्मकता का दुनिया में प्रचार हो।
राष्ट्रपति ने कहा कि तेलुगु भाषा और सभ्यता की प्राचीनता का और आगे अन्वेषण होना चाहिए। यह हमारा उत्तरदायित्व है कि इसके स्वस्थ संवर्धन और विकास के लिए हर संभव प्रयास करें ताकि हमारी भावी पीढ़ी इस भाषा में निहित वृहत् ज्ञान और विचारों से लाभ उठा सके।
इस अवसर पर, राष्ट्रपति ने तेलुगु भाषा और संस्कृति के लब्ध-प्रतिष्ठ व्यक्तियों को सम्मानित किया और एक अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन केंद्र का भी शिलान्यास किया।