राष्ट्रपति भवन : 01.05.2013
भारतीय अर्थ सेवा के 2012 बैच के 29 अधिकारी प्रशिक्षणार्थियों के समूह ने आज (1 मई, 2013)को, राष्ट्रपति भवन, नई दिल्ली में भारत के राष्ट्रपति, श्री प्रणब मुखर्जी से मुलाकात की।
इस अवसर पर बोलते हुए राष्ट्रपति ने इन अधिकारी प्रशिक्षणार्थियों से कहा कि उन्हें नीति निर्माताओं को हमारे सामाजिक तथा आर्थिक लक्ष्यों को पूरा करने के लिए सुविचारित विश्लेषण, नीति विकल्प तथा कार्यनीतियां उपलब्ध करानी चाहिए। उन्होंने यह याद रखने की सलाह दी कि हमारी लोकतांत्रिक राजव्यवस्था की जरूरतें विकसित देशों से अलग हैं। उन्होंने आगे कहा कि हम ‘एक माप सभी के लिए’ का नजरिया नहीं अपना सकते। उन्होंने कहा कि हमें विकसित, उभरती तथा विकासशील अर्थव्यवस्थाओं: सभी दिशाओं से विचारों का स्वागत करना चाहिए। परंतु हमें उनको अपने विचारों पर हावी नहीं होने देना चाहिए। उन्होंने आगे कहा कि हमें मजबूती से अपनी वास्तविकता का ध्यान रखना चाहिए। हमें उनके उत्तम गुणों को लेकर उन्हें अपनी जरूरतों के अनुसार अनुकूलित कर लेना चाहिए।
भारतीय अर्थ सेवा परीक्षा 2011 के द्वारा चुने गए भारतीय अर्थ सेवा के 34वें बैच (2012) के ये अधिकारी प्रशिक्षणार्थी आर्थिक विकास संस्थान, नई दिल्ली में प्रशिक्षणरत हैं।
इस अवसर पर डॉ अरविंद मायाराम, सचिव आर्थिक कार्य विभाग तथा डॉ रघुरमन जी राजन, मुख्य आर्थिक सलाहकार भी उपस्थित थे।
यह विज्ञप्ति 1850 बजे जारी की गई