राष्ट्रपति भवन : 14.06.2016
भारत के राष्ट्रपति, श्री प्रणब मुखर्जी ने आज (14 जून, 2016) आईसीटी में इंडियन खाना कोफी अन्नान सेंटर फॉर एक्सीलेंस के छात्रों और संकाय सदस्यों को संबोधित किया।
इस अवसर पर राष्ट्रपति ने कहा कि भारत का सदैव यह विश्वास रहा है कि अफ्रीका को अपने संसाधनों का स्वामित्व हासिल करना चाहिए और अपनी रुचियां और लक्ष्य निर्धारित करने चाहिए। हमारी सरकार अफ्रीका में उन सभी क्षेत्रों में साझेदारी से कार्य करने के लिए प्रतिबद्ध है जहां हम प्रासंगिक, लागत प्रभावी प्रौद्योगिकीयों को प्रयोग करने और अनुकूल बनाने, और सर्वोत्तम प्रयास में साझीदारी और प्रौद्योगिकीय विकास के उनके लक्ष्यों को हासिल करने में सहायता पहुंचा सकते हैं।
राष्ट्रपति ने कहा कि कोफी अन्नान सेंटर के लिए सबसे बड़ा पारितोषिक है कि इसके स्नातक दक्षिणी अफ्रीकी राष्ट्रों के आर्थिक समुदाय में प्रभावकारी रूप से नियुक्त हैं। भारत का प्राथमिक उद्देश्य क्षमता निर्माण और घाना और इसके पड़ोसियों को उनके मानव संसाधन विकास में सहायता पहुंचाना है। भारत में कोफी अन्नान सेंटर की स्थापना और इसके सेंटर फॉर डेवलपमेंट ऑफ एडवांस कंप्यूटिंग (सी-डीएसी) के साथ भागीदारी भारत में सूचना प्रौद्योगिकी और मानव संसाधन विकास के क्षेत्र में सफल सहयोग का एक उदाहरण है। भारत सदैव अफ्रीका में इसके मित्रों को तकनीकी सहायता और विशेषता पहुंचाने में प्रसन्न रहा है। राष्ट्रपति ने सेंटर को एक मास्टर प्रोग्राम की पहल करने, इसकी प्रयोगशाला सुविधाओं का विस्तार करने और अतिरिक्त पाठ्यक्रम आरंभ करने में मदद करने के लिए इस अवसर पर कोफी अन्नान सेंटर को अतिरिक्त रूप से एक लाख डॉलर का अनुदान देने की घोषणा की जिससे छात्र तेजी से बढ़ती हुई प्रौद्योगिकी के प्रति बराबर सजग रहेंगे।
यह विज्ञप्ति 1650 बजे जारी की गई।