राष्ट्रपति भवन : 13.11.2015
भारत के राष्ट्रपति ने आशा व्यक्त की कि भारतीय विज्ञान संस्थान भावी चुनौतियों से निपटने के लिए देश के शिक्षा स्तर को बढ़ाने में नेतृत्व प्रदान करता रहेगा। उन्होंने बल दिया कि भारतीय विज्ञान संस्थान का कार्य देश की अन्य उच्च शिक्षा संस्थाओं के लिए भी नए शिखर छूने की प्रेरणा बनेगा।
भारत के राष्ट्रपति सभी केंद्रीय विश्वविद्यालयों, भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थानों, राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थानों, भारतीय विज्ञान संस्थान, बंगलौर, भारतीय विज्ञान शिक्षा और अनुसंधान संस्थानों, अंतरराष्ट्रीय सूचना प्रौद्योगिकी संस्थानों, राष्ट्रीय औषधीय शिक्षा और अनुसंधानों, राष्ट्रीय फैशन प्रौद्योगिकी संस्थान, भारतीय इंजीनियरी विज्ञान और प्रौद्योगिकी संस्थान, शिबपुर, राजीव गांधी पेट्रोलियम प्रौद्योगिकी संस्थान, रायबरेली, राजीव गांधी राष्ट्रीय युवा विकास संस्थान, श्री पेरुम्बुदुर तथा योजना तथा वास्तुकला विद्यालय, भोपाल और नई दिल्ली सहित 114 उच्च शिक्षण संस्थानों के कुलाध्यक्ष हैं। कुलाध्यक्ष के रूप में, राष्ट्रपति ने पद ग्रहण करने के बाद से 100 से ज्यादा संस्थानों का दौरा किया है। वह विश्वविद्यालयों से स्वयं को विश्व अग्रणी के तौर पर विकसित करने का निरंतर आग्रह करते रहे हैं।
यह विज्ञप्ति 19:45 बजे जारी की गई।