राष्ट्रपति भवन : 04.03.2016
भारत के राष्ट्रपति, श्री प्रणब मुखर्जी ने फारवर्ड ब्लॉक के वरिष्ठ नेता श्री अशोक घोष के निधन पर शोक व्यक्त किया है।
ऑल इंडिया फारवर्ड ब्लॉक के महासचिव श्री देवव्रत विश्वास को भेजे एक संदेश में राष्ट्रपति ने कहा कि वह फारवर्ड ब्लॉक के वरिष्ठ नेता श्री अशोक घोष के निधन से दुखी हैं। उन्होंने बांग्ला कांग्रेस, फारवर्ड ब्लॉक, लोक सभा संघ, सी.पी.एम., सी.पी.आई., क्रांतिकारी समाजवादी पार्टी आदि को मिलाकर पहली और दूसरी संयुक्त मोर्चे की सरकार बनाने में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाई थी।
राष्ट्रपति ने कहा कि श्री अशोक घोष एक स्वतंत्रता सेनानी, वरिष्ठतम पश्चिम बंगाल वाम नेता और एक विशिष्ट राजनीतिक थे। उन्होंने कभी भी विधायक या नेता बनने की आकांक्षा नहीं की तथापि उन्होंने अनेक वर्षों तक बंगाल से विधायक, सांसद और मंत्री के रूप में अनेक फारवर्ड ब्लॉक नेता तैयार किए। वह नेताजी सुभाष चन्द्र बोस के नेतृत्व से प्रेरणा प्राप्त करके स्वतंत्रता आंदोलन में शामिल हो गए तथा उन्होंने सुभाष चंद्र बोस द्वारा स्थापित ऑल इंडिया फारवर्ड ब्लॉक को एक महत्त्वपूर्ण राजनीतिक शक्ति बना दिया। श्री घोष का राजनीतिक जीवनवृत्त सात दशकों तक फैला हुआ था। स्वतंत्रता पूर्व की राजनीतिक परंपराओं के अनुरूप, उन्होंने संयमपूर्ण जीवन जिया और विवाह नहीं किया। उन्होंने अपने जीवन का अधिकतर समय पार्टी कार्यालय में बिताया।
राष्ट्रपति ने कहा कि वह श्री घोष को 5 से अधिक दशकों से जानते थे। वह शुरुआती साठ के दशक में आरंभ अपने राजनीतिक जीवनवृत्त से श्री घोष का स्नेह और सद्भावना प्राप्त करते रहे।
राष्ट्रपति ने कहा कि श्री घोष के देहांत से, राष्ट्र के सक्रिय आंदोलन और वाम आंदोलन में एक ऐसा शून्य पैदा कर दिया जिसे भरना कठिन है। हम उनके शिखर व्यक्तित्व, जिसने परीक्षाओं और कष्टों में हमारा मार्गदर्शन किया, को सदैव याद रखेंगे। वह बंगाल के इस महान सपूत और क्रांतिकारी नेता को विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित करने में लाखों लोगों के साथ हैं।
यह विज्ञप्ति 1155 बजे जारी की गई