राष्ट्रपति भवन : 04.05.2015
भारत के राष्ट्रपति, श्री प्रणब मुखर्जी ने प्रख्यात पत्रकार,लेखक तथा विद्वान श्री अमिताभ चौधरी के निधन पर शोक व्यक्त किया है।
उनके पुत्र, श्री अनिर्बान चौधरी को एक शोक संदेश में राष्ट्रपति जी ने कहा है, ‘‘मुझे आपके पिता श्री अमिताभ चौधरी के निधन के बारे में जानकर बहुत दु:ख हुआ जिनसे मेरे पिता, श्री कामदा किंकर मुखर्जी तथा मेरा अच्छा परिचय था।
श्री चौधरी एक विशिष्ट पत्रकार, लेखक तथा विद्वान थे। आजादी के तुरंत बाद पत्रकार के रूप में अपनी आजीविका शुरू करने के बाद श्री चौधरी ने लगभग 27 वर्षों तक जुगांतर, आनंद बाजार पत्रिका तथा आजकल जैसे पश्चिम बंगाल के प्रमुख समाचार-पत्रों के साथ कार्य किया। उन्हें 1961 में भारत में वैयक्तिक अधिकारों तथा सामुदायिक हितों पर उनकी रिपोर्टों के लिए रामोन मेगसायसाय पुरस्कार मिला।
श्री चौधरी न केवल विश्व भारती के छात्र और शिक्षक रहे वरन् गुरुदेव रवीन्द्र नाथ टैगोर के जीवन और कृतित्व पर उच्च कोटि के विद्वान के रूप में भी जाने जाते थे, जिस विषय पर उन्होंने 60 से अधिक पुस्तकें तथा आलेख लिखे थे। श्री चौधरी को 1983 में उनकी बहुत सी राष्ट्र सेवाओं के लिए पद्मश्री से सम्मानित किया गया था।
1995में स्थापना से लेकर अब तक कामदा किंकर मुखर्जी ट्रस्ट के न्यासी के रूप में उनकी सेवाओं के लिए मैं उनका व्यक्तिगत रूप से कृतज्ञ हूं। उनकी मृत्यु से मैंने एक अच्छा मित्र तथा दीर्घकालीन साथी खो दिया है।
कृपया अपने परिवार के सभी सदस्यों को मेरी हार्दिक संवेदना से अवगत कराएं। मैं सर्वशक्तिमान से प्रार्थना करता हूं कि वह आपको तथा आपके परिवार के अन्य सदस्यों को इस अपूरणीय क्षति को सहने की ताकत और हिम्मत प्रदान करे।’’
यह विज्ञप्ति 1030 बजे जारी की गई।