राष्ट्रपति भवन : 14.10.2016
भारत के राष्ट्रपति ने महामहिम नरेश भूमिबोल अदुल्यादेज के निधन पर शोक संवेदनाएं प्रेषित करते हुए थाइलैंड के युवराज, एच.आर.एच महा वज्रलोंगकोर्न को लिखा है।
अपने संदेश में राष्ट्रपति ने कहा है ‘मुझे विगत सायंकाल महामहिम नरेश भूमिबोल अदुल्यादेज के निधन के बारे में जानकर गहरा दुख हुआ है। थाइलैंड और विश्व ने एक दूरदर्शी और समर्पित राष्ट्रीय नेता खो दिया है। महामहिम ने आधुनिक थाइलैंड को संवारने तथा विश्व के मित्र राष्ट्रों के साथ अपने संबंधों को सुदृढ़ बनाने में प्रमुख भूमिका निभाई।
भारत ने एक घनिष्ठ मित्र खो दिया है तथा वह भारत गणराज्य और थाइलैंड राजशाही के बीच घनिष्ठ संबंधों को प्रगाढ़ बनाने में महामहिम के व्यक्तिगत योगदान को हमेशा महत्वपूर्ण मानता रहेगा।
70 वर्ष के शासन काल के दौरान महामहिम नरेश भूमिबोल अदुल्यादेज एक संगठनकारी व्यक्तित्व रहे जिन्होंने थाइलैंड की जनता का करुणा और सहृदयता के साथ मार्गदर्शन किया। वह अपने देश की संतुलित प्रगति के प्रति समर्पित रहे तथा आर्थिक प्रगति के महत्वपूर्ण पहलुओं के रूप में पर्यावरणीय और सामाजिक दायित्वों पर भी जोर देते रहे।
भारत की जनता जो उनके करिश्माई व्यक्तित्व के प्रशंसक रही है, थाइलैंड की जनता के दुख में शामिल हैं।
कृपया मेरी हार्दिक संवेदनाएं स्वीकार करें।’
यह विज्ञप्ति 2100 बजे जारी की गई।