भारत के राष्ट्रपति ने मालती ज्ञानपीठ पुरस्कार प्रदान किए
राष्ट्रपति भवन : 29.05.2016
भारत के राष्ट्रपति, श्री प्रणब मुखर्जी ने आज (29 मई, 2016) राष्ट्रपति भवन में आयोजित एक समारोह में वर्ष 2016 के मालती ज्ञानपीठ पुरस्कार प्रदान किए।
इस अवसर पर राष्ट्रपति ने कहा कि पुरस्कार समारोह श्रीमती मालती मोहिंदर सिंह स्यांग्ले के 95वें जन्मदिन पर आयोजित हुआ है। उन्होंने उन्हें जन्म दिन की बधाई दी और कामना व्यक्त की कि ईश्वर शिक्षा कार्य के प्रति उनके सात दशक की समर्पित सेवा जारी रखने की शक्ति प्रदान करे। उन्होंने श्री मनोज सिंघल, मोहिंदर सिंह स्यांग्ले शिक्षा और अनुसंधान सोसायटी के अध्यक्ष को यह पुरस्कार आरंभ करने की पहल तथा ग्रामीण इलाकों में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के विस्तार के उनके उत्साह के लिए सराहना की। उन्होंने चयन प्रक्रिया को मान्यता देने तथा सहयोग के लिए पंजाब सरकार के प्रयासों की भी प्रशंसा की।
राष्ट्रपति ने कहा कि पुरस्कृत अध्यापक उन अध्यापकों का प्रतिनिधित्व करते हैं जो देश के हजारों विद्यार्थियों को शिक्षा प्रदान कर रहे हैं तथा शिक्षण अवसर उपलब्ध करवा रहे हैं। वैदिक युग से वर्तमान तक, हमारे यहां गुरु-शिष्य परंपरा रही है तथा हमारे गुरुओं ने लोगों के मस्तिष्क और बुद्धि को पुष्ट किया। आज भी ऐसे अध्यापक हैं। उन्होंने उन्हें प्रेरित अध्यापक बताया। उन्होंने कहा कि वे विद्यार्थियों को जिज्ञासु बनने तथा ज्ञान और समझ की सीमाएं खोजने के लिए प्रोत्साहित करते हैं। प्रेरित अध्यापक को अपने विषयगत क्षेत्रों का गहरा ज्ञान होता है। वे विभिन्न परिप्रेक्ष्यों में विषय को समझने और मूल्यांकन करने में विद्यार्थियों की मदद करते हैं और वास्तव में, नूतन ज्ञान के निर्माण में सहायता करते हैं।
राष्ट्रपति ने कहा कि योग्य और प्रेरित अध्यापकों का समूह अपने सामूहिक प्रयासों से सुदृढ़ मन और साहसी हृदय वाले समाज की रचना कर सकता है। उन्होंने बताया कि उन्होंने पहले यह उल्लेख किया था कि शिक्षा एक ऐसा वास्तविक तत्त्व है जो भारत को अगले स्वर्ण युग में ले जा सकता है। इस आकांक्षा को पूरा करने के लिए हमें इस ध्येय वाक्य पर चलकर अग्रसर होना चाहिए : सभी ज्ञान के लिए, और ज्ञान सभी के लिए।
इस अवसर पर उपस्थित गणमान्यों में श्रीमती मेनका संजय गांधी, केन्द्रीय महिला और बाल विकास मंत्री, श्री मनीष सिसोदिया, उप मुख्यमंत्री, राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र दिल्ली सरकार, श्री एस.एस. मलूका, ग्रामीण विकास और ग्राम पंचायत मंत्री, पंजाब सरकार तथा डॉ. डी.एस. चीमा, शिक्षा मत्री, पंजाब सरकार थे।
यह विज्ञप्ति बजे जारी की गई