राष्ट्रपति भवन : 23.02.2014
भारत के राष्ट्रपति, श्री प्रणब मुखर्जी ने आज (23 फरवरी, 2014) राष्ट्रपति भवन सभागार में क्षय रोग और सम्बद्ध रोगों पर एक राष्ट्रीय सम्मेलन का उद्घाटन किया।
इस अवसर पर, राष्ट्रपति ने कहा कि भारत में क्षय रोग के मामलों के नियंत्रण के बिना वैश्विक क्षय रोग नियंत्रण संभव नहीं है। विश्व स्वास्थ्य संगठन द्वारा, क्षय रोग को एक वैश्विक जन स्वास्थ्य आपदा के रूप में घोषणा के लगभग 20 वर्ष के बाद, सहस्राब्दि विकास लक्ष्यों के संदर्भ में परिभाषित वैश्विक उद्देश्यों की प्राप्ति की दिशा में अच्छी प्रगति हुई है। भारत, इस प्रगति में एक सक्षम साझीदार रहा है।
राष्ट्रपति ने कहा कि संशोधित राष्ट्रीय क्षय रोग नियंत्रण कार्यक्रम भारत की एक सबसे विशालतम जन स्वास्थ्य उपलब्धि बन चुका है। अब, इसकी पहुंच बढ़ाकर, समाज के नाजुक वर्गों के बीच रोगियों को खोजने की कोशिशों के तीव्र विस्तार, बेहतर निदान तथा सार्वजनिक और निजी क्षेत्र दोनों द्वारा पहचानने गए तथा स्वास्थ्य प्राप्त रोगियों को सेवाओं के विस्तार के जरिए क्षय रोग के मरीजों के उन्नत निदान पर समग्र पहुंच पर ध्यान केंद्रित करने का प्रयास किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि राष्ट्र भर मं बहु-औषधि प्रतिरोधी क्षय रोग के उपचार में वृद्धि सहित क्षय रोग के सभी नैदानिक मामलों के श्रेष्ठ उपचार तक रोगी अनुकूल पहुंच को बढ़ाने पर बल दिया जाना चाहिए। उन्होंने सभी भागीदारों से आग्रह किया कि वे देश में समाज के सभी वर्गों द्वारा समान, वहनीय और सुगम्य स्वास्थ्य देखभाल प्रणालियों की स्थापना के लिए पूरे प्रयास जारी रखने के प्रति समर्पित हों।
यह विज्ञप्ति 1300 बजे जारी की गई।