राष्ट्रपति भवन : 05.06.2017
भारत के राष्ट्रपति, श्री प्रणब मुखर्जी ने भूसमकालिक अंतरण कक्षा में जीसैट-19 उपग्रह सहित स्वदेशी भूसमकालिक उपग्रह प्रक्षेपण यान मार्क 3 (जीएसएलवी-एमके 3) के सफल प्रक्षेपण के लिए भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन को बधाई दी है।
श्री ए.एस. किरण कुमार, सचिव, अंतरिक्ष विभाग, अध्यक्ष, अंतरिक्ष आयोग और अध्यक्ष, इसरो को एक संदेश में राष्ट्रपति ने कहा है, ‘‘मेरी भूसमकालिक अंतरण कक्षा में जीसैट-19 उपग्रह सहित स्वदेशी भूसमकालिक उपग्रह प्रक्षेपण यान मार्क 3 (जीएसलवी-एमके 3) के सफल प्रक्षेपण पर आपको और भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन की समस्त टीम को हार्दिक बधाई।
जीएसएलवी-एमके 3 भारत द्वारा निर्मित अब तक सबसे भारी रॉकेट है जो अब तक सबसे भारी उपग्रहों को ले जाने में सक्षम है। राष्ट्र को इस महत्त्वपूर्ण उपलब्धि पर गर्व है।
कृपया वैज्ञानिकों, इंजीनियरों, प्रौद्योगिकीविदों की आपकी टीम के सदस्यों और मिशन से जुड़े सभी लोगों को मेरी बधाई प्रेषित करें। मैं आने वाले वर्षों में इसरो की निरंतर सफलता की कामना करता हूं।’’
यह विज्ञप्ति 1745 बजे जारी की गई।