राष्ट्रपति भवन : 23.08.2014
भारत के राष्ट्रपति, श्री प्रणब मुखर्जी ने प्राथमिक से लेकर स्नातकोत्तर तक गुणवत्तायुक्त शिक्षा के महत्त्व तथा समग्र सामाजिक आर्थिक प्रगति के लिए महिला शिक्षा की जरूरत पर बल दिया है।
राष्ट्रपति आज (23 अगस्त, 2014) पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद जिले के दोमकल में दोमकल बालिका कॉलेज के नए भवन का उद्घाटन करने के बाद उपस्थित जनसमुदाय को संबोधित कर रहे थे।
राष्ट्रपति ने कहा कि हर स्तर पर गुणवत्तायुक्त शिक्षा पर जोर देने से स्थानीय युवक एवं युवतियां इस क्षेत्र के प्रमुख शैक्षणिक संस्थानों से अधिकतम फायदा उठाने में सक्षम हो पाएंगे। महिला शिक्षा की जरूरत पर जोर देते हुए राष्ट्रपति ने कहा कि जब एक महिला शिक्षित होती है तो पूरा देश शिक्षित होता है। एक शिक्षित महिला देश के सामाजिक-आर्थिक विकास में सक्रिय भूमिका निभाती है। राष्ट्रपति ने कहा कि 2030तक पूरे देश का एक तिहाई कार्यबल भारत में होगा। उस समय तक एक भारतीय की औसत आयु चीन, अमरीका तथा यू.के. के मुकाबले कम होगी। भारत दुनिया भर को मानवशक्ति की आपूर्ति करने में अन्य देशों के मुकाबले आगे होगा। राष्ट्रीय कौशल विकास योजना की परिकल्पना के अनुसार, 2025 तक 50 करोड़ लोगों को प्रशिक्षित एवं कुशल बनाने के सभी प्रयास किए जाने चाहिए।
मुर्शिदाबाद के गौरवपूर्ण इतिहास ेका उल्लेख करते हुए राष्ट्रपति ने बताया कि यह जिला जनसंख्या के मामले में देशभर में 9वें स्थान पर है परंतु निर्धनता के मामले में दूसरे स्थान पर है। उन्होंने इस स्थिति में बदलाव का आह्वान किया। राष्ट्रपति ने शिक्षकों का भी आह्वान किया कि वे उदाहरण प्रस्तुत करते हुए विद्यार्थियों में अनुशासन की भावना का समावेश करें।
श्री बिमान बनर्जी, पश्चिम बंगाल विधानसभा के अध्यक्ष; श्री पार्था चटर्जी, पश्चिम बंगाल सरकार के शिक्षा मंत्री; श्री अभिजीत मुखर्जी, संसद सदस्य; श्री बदररुद्दीन खान, संसद सदस्य तथा श्री अनिस उर रहमान कॉलेज के संचालक मंडल के अध्यक्ष, अन्य लोगों के साथ इस अवसर पर उपस्थित थे।
यह विज्ञप्ति 1930 बजे जारी की गई।