राष्ट्रपति भवन : 23.11.2016
भारत के राष्ट्रपति, श्री प्रणब मुखर्जी ने कर्नाटक संगीतज्ञ, डॉ. एम. बालमुरलीकृष्ण के निधन पर शोक व्यक्त किया है।
उनकी पत्नी श्रीमती अन्नपूर्णा को अपने एक संदेश में, राष्ट्रपति ने कहा, ‘‘मुझे कर्नाटक संगीत की विभूति डॉ. एम. बालमुरलीकृष्ण के निधन के बारे में जानकर दु:ख हुआ है।
बचपन से ही प्रतिभावान डॉ. बालमुरलीकृष्णन ने लगभग सात दशक तक अपनी अतुलनीय प्रतिभा तथा तेलुगु, संस्कृत, कन्नड़ और तमिल जैसी अनेक भाषाओं में शानदार रचनाओं ने देश-विदेश के संगीत प्रेमियों को रोमांचित किया। उन्हें अपनी असंप्रदायवादी, प्रयोगधर्मिता तथा भरपूर सर्जनात्मकता के बारे में जाना जाता था। उन्होंने ताल पद्धति तथा कर्नाटक संगीत पद्धति को इसकी समृद्ध संगीत परम्परा को छेड़े बिना नवान्वेषित किया।
कृतज्ञ राष्ट्र ने उन्हें पदम श्री, पदम भूषण और पदम विभूषण सहित अनेक पुरस्कारों से सम्मानित किया। उनकी मृत्यु से, राष्ट्र ने एक ऐसी प्रतिभा को खो दिया है, जिसने विश्व संगीत जगत पर एक अमिट छाप छोड़ी।
कृपया मेरी हार्दिक शोक संवेदनाएं स्वीकार करें तथा अपने परिवार के सदस्यों को प्रेषित करें। मैं ईश्वर से आपको और अपने परिजनों को इस अपूरणीय क्षति को सहन करने की शक्ति और साहस प्रदान करने के लिए प्रार्थना करता हूं।’’
यह विज्ञप्ति 1130 बजे जारी की गई