भारत के राष्ट्रपति ने देशभर में इंटरनेट तथा सूचना और संचार प्रौद्योगिकी आधारित सेवाओं का बुनियादी ढांचा उपलब्ध करवाने के लिए प्राधिकारियों का आह्वान किया
राष्ट्रपति भवन : 22.05.2015

भारत के राष्ट्रपति, श्री प्रणब मुखर्जी ने आज (22 मई, 2015) राष्ट्रपति सम्पदा के 30 वाई-फाई एक्सेस प्वाइंट युक्त 24 हॉट स्पाटों का उद्घाटन किया जिसके द्वारा यह संपदा शतप्रतिशत वाईफाई सुविधायुक्त बन गया है।

इस अवसर पर राष्ट्रपति ने कहा कि भारत नेटवर्क उपलब्धता सूचकांक में 89वें स्थान पर है। सिंगापुर, फिनलैंड और स्वीडन इस सूचकांक में सबसे आगे हैं। उन्होंने देश भर में इंटरनेट तथा सूचना और संचार प्रौद्योगिकी आधारित सेवाओं के बुनियादी ढांचे की उपलब्धता सुनिश्चित करने तथा इसके व्यवस्थित ढंग से प्रयोग के लिए संबंधित प्राधिकारियों का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि वाईफाई सेवाएं पूरे देश, शहरी और ग्रामीण भारत के सार्वजनिक स्थानों पर, आरंभ की जा जाएं।

राष्ट्रपति ने कहा कि भारत, इंटरनेट प्रयोक्ताओं की संख्या के मामले में चीन और संयुक्त राज्य अमरीका के बाद 244 मिलियन प्रयोक्ताओं के साथ तीसरे स्थान पर है। हालांकि जनसंख्या के लिहाज से इंटरनेट उपलब्धि केवल बीस प्रतिशत है जिससे न केवल एक बड़े अंतराल का बल्कि भावी वृद्धि की उल्लेखनीय संभावना का भी संकेत मिलता है। वर्तमान में, 960 मिलियन मोबाइल फोनों के साथ भारत चीन के बाद विश्व में दूसरे स्थान पर है और शीघ्र ही यहां एक बिलियन मोबाइल फोन होने की उम्मीद है। हमारे यहां प्रति 100नागरिकों पर 77 से ज्यादा मोबाइल फोन कनैक्शन हैं जो मोबाइल टेलिफोनी में हमारे द्वारा हासिल उपलब्धि के मामले में सराहनीय है।

राष्ट्रपति ने कहा कि भारत ने आम जनता के लाभ के लिए अनेक कार्यक्रम शुरू किए हैं। निर्धनता और अन्य सामाजिक-आर्थिक बुराइयों के उन्मूलन के लक्ष्य वाली नीतियों, योजनाओं और कार्यक्रमों को बनाने में बहुत धन और प्रयास लगता है। परंतु फिर भी एक प्रभावी संचार कार्यनीति के अभाव में या अपर्याप्त उपलब्धता के कारण,अपेक्षित लाभार्थियों का एक बड़ा हिस्सा उन अनेक लाभों से अनभिज्ञ रहता है जिसका वह हकदार है। बहुत बार देश के विभिन्न हिस्सों में सामान्य जनसंख्या तक सरकारी नीतियों और कार्यक्रमों की पहुंच सुनिश्चित करना कठिन हो जाता है। इस संदर्भ में, नेटवर्क के माध्यम से नागरिकों के घर तक सूचना पहुंचाने का विचार भारत को डिजीटल भारत में बदलने की दिशा में एक क्रांतिकारी कदम है।

इस अवसर पर, श्री रवि शंकर प्रसाद, केन्द्रीय संचार और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री, श्री आर.एस. शर्मा, सचिव, इलेक्ट्रॉनिकी और सूचना प्रौद्योगिकी विभाग, श्रीमती शेफाली सुशील दास,उप महानिदेशक, राष्ट्रीय सूचना विज्ञान केंद्र,राष्ट्रपति भवन के अधिकारी, कर्मचारी और उनके परिजन उपस्थित थे।

यह विज्ञप्ति 1530 बजे जारी की गई।

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