राष्ट्रपति भवन : 10.12.2015
भारत के राष्ट्रपति, श्री प्रणब मुखर्जी कल (11दिसम्बर, 2015) राष्ट्रपति भवन के अनेक समारोहों में भाग लेकर अपना80वां जन्मदिन मनाएंगे।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी प्रेजीडेंशियल रिट्रीट्स पर एक पुस्तक तथा राष्ट्रपति के चुने हुए अभिभाषण के तृतीय खंड का विमोचन करेंगे। राष्ट्रपति,राष्ट्रपति संपदा में डॉ. राजेन्द्र प्रसाद सर्वोदय विद्यालय स्कूल में उमंग-2015नामक ऊर्जा उत्सव का उद्घाटन करेंगे। वह स्कूल को सौर चालित हरित विद्यालय घोषित करेंगे तथा ऊर्जा शिक्षा पर एक स्मार्टफोन एप-सजग भी आरंभ करेंगे। भारत के राष्ट्रपति को वेबसाइट के एक नए बाल खंड का भी कल उद्घाटन किया जाएगा।
राष्ट्रपति के चुने हुए अभिभाषण पर खण्ड-3 राष्ट्रपति के महत्वपूर्ण अभिभाषणों की खण्ड श्रृंखला में तीसरा है। इस खण्ड के अभिभाषणों को तीन विषयों में बांटा गया है,जैसे, पुरस्कार समारोह, महत्वपूर्ण दिवस तथा कार्यक्रम और सम्मेलन। ये अभिभाषण राष्ट्रपति की विषयों की गहरी समझ और मूल्यांकन तथा उनकी इस संकल्पना को प्रतिबिंबित करते हैं जहां वह इन क्षेत्रों में हमारे देश को देखना चाहते हैं। पुस्तक का प्रकाशन,प्रकाशन विभाग, सूचना और प्रसारण मंत्रालय द्वारा किया जा रहा है।
‘द प्रेजीडेंशियल रिट्रीट्स ऑफ इंडिया’ को राष्ट्रपति सचिवालय द्वारा सौंपे गए कार्य के अंतर्गत सहपीडिया तथा इंदिरा गांधी राष्ट्रीय कला केंद्र द्वारा तैयार किया गया है। प्रकाशन विभाग द्वारा प्रकाशित इस पुस्तक में मशोबरा में ‘रिट्रीट’ और सिकंदराबाद का ‘राष्ट्रपति निलयम’ शामिल होंगे। ये दोनों 19वीं शताब्दी की विरासती इमारतें हैं। इस खंड में गिलियन राइट के नेतृत्व में लेखकों की एक टीम ने राजगृह,कोलकाता (अब राज भवन) तथा बराकपुर के नदी तट रिट्रीट के निर्माणकाल से लेकर विशाल नगर के आवास और ग्रामीण रिट्रीट के इतिहास की खोज की है। लेखक सह इमारतों- शिमला के वाइसरीगल लॉज (बाद में राष्ट्रपति निवास और तदुपरांत भारतीय उन्नत अध्ययन संस्थान) तथा रेजीडेंसी, हैदराबाद सहित प्रेजीडेंशियल, रिट्रीट की नवीन व्याख्या करते हैं। वे हिल स्टेशनों के विकास तथा हैदराबाद सैन्य छावनी के विस्तार के विश्लेषण द्वारा रिट्रीट के संदर्भ पर नया प्रकाश डालते हैं। वे पहली बार रिट्रीट,उनकी वास्तुकला और आंतरिक डिजायन को जनता के समक्ष लेकर आए हैं। प्रत्यक्ष जानकारी के जरिए उन्होंने रिट्रीट के उस जीवन को यथावत प्रस्तुत किया है जहां राष्ट्रपति पारंपरिक रूप से सुकून और उससे जरूरी भारत की जनता से मिलने और स्वयं को सुलभ करवाने के लिए आते हैं।
उमंग-2015 ‘‘नुक्कड़ नाटक’’, नृत्य, नाटिका आदि जैसे कार्यकलापों के माध्यम ऊर्जा के विवेकपूर्ण और सतत प्रयोग,ऊर्जा संरक्षण और नवीकरणीय ऊर्जा के बारे में जागरूकता फैलाएगा।
‘सजग’ को ऊर्जा संरक्षण की आवश्यकता के बारे में युवाओं में जागरूकता बढ़ाने तथा समाज के भावी ऊर्जा दूत के रूप में भाग लेने हेतु उन्हें सशक्त बनाने के लिए अभिकल्पित किया गया है।
राष्ट्रपति संपदा के डॉ. राजेन्द्र प्रसाद सर्वोदय विद्यालय को इसकी छत पर बिजली उत्पादन का संयंत्र होने के कारण सौर चालित हरित विद्यालय घोषित किया जाएगा। सौर ऊर्जा संयंत्र से विद्यालय100 प्रतिशत सौर उत्पादित विद्युत ऊर्जा से कार्य करने में सक्षम हो जाएगा। विद्यालय की छत पर स्थापित10 किलोवाट से 40 सौर पैनल अनुमानित 15000 यूनिट बिजली पैदा होगी। यदि ऊर्जा के परंपरागत स्रोत से यह विद्युत पैदा की जाए तो लगभग13200 किग्रा. कार्बन उत्सर्जन नहीं होगा।
भारत के राष्ट्रपति की लोकप्रिय वेबसाइट के लिए एक अंतक्रियात्मक बाल खण्ड का सृजन7 से 15 वर्ष तक के बच्चों के लिए किया गया है। इससे उन्हें राष्ट्रपति भवन और राष्ट्रपति के विभिन्न पहलुओं पर सरल भाषा और फोटो तथा वीडियो फुटेज द्वारा जानकारी दी जाएगी। इसमें राष्ट्रपति भवन की इमारत की गाथा,राष्ट्रपति की भूमिका, राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी के राष्ट्रपति काल की झलकियां,स्वतंत्रता के बाद के राष्ट्रपतियों के बारे में जानकारी, राष्ट्रपति भवन के राजभोज और पाकशाला, राष्ट्रपति अंगरक्षक,उद्यान पथ, राष्ट्रपति भवन की जीवनचर्या तथा राष्ट्रपति भवन के संग्रहालय शामिल होंगे।
यह विज्ञप्ति1745बजे जारी की गई।