राष्ट्रपति भवन : 23.03.2015
भारत के राष्ट्रपति, श्री प्रणब मुखर्जी ने विश्व क्षयरोग दिवस, जो प्रत्येक वर्ष 24 मार्च को मनाया जाता है, के अवसर पर अपने संदेश में कहा है: -
‘विश्व क्षयरोग दिवस के अवसर पर मैं हमारे देश में क्षयरोग के अभिशाप की समाप्ति के लिए सभी भारतीयों का एकजुट होकर प्रयास करने का आह्वान करता हूं।
क्षयरोग एक प्रमुख स्वास्थ्य समस्या है जो मुख्यत: हमारे देश के युवा और कामकाजी आबादी को प्रभावित करती है। यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि भारत में आज भी इस खतरनाक बीमारी के कारण प्रत्येक दो मिनट में एक व्यक्ति की मृत्यु हो जाती है। इस रोग के उपचार और रोकथाम के बारे में तुरंत जागरूकता पैदा करने की आवश्यकता है। इस रोग की उपचार विधि में अनुसंधान और विकास को भी उन्नत बनाना होगा।
मुझे यह जानकर प्रसन्नता हो रही है कि संशोधित राष्ट्रीय क्षयरोग नियंत्रण कार्यक्रम ने 1993 में अपनी शुरुआत के बाद से 86 मिलियन व्यक्तियों की जांच, 19 मिलियन रोगियों का इलाज किया है तथा 3.4 मिलियन लोगों का जीवन बचाया है।
विश्व क्षयरोग दिवस के अवसर पर,मैं सभी भागीदारों से न्यूनतम संभावित समय में हमारे देश में शून्य क्षयरोग मृत्यु के लक्ष्य की प्राप्ति के लिए अपने प्रयासों को पुन: समर्पित करने का आग्रह करता हूं।’
यह विज्ञप्ति 14:00 बजे जारी की गई।