राष्ट्रपति भवन : 16.04.2015
श्री ब्लादिमीर मकै, बेलारूस के विदेश मंत्री ने कल (15 अप्रैल, 2015) राष्ट्रपति भवन में भारत के राष्ट्रपति, श्री प्रणब मुखर्जी से भेंट की।
इस अवसर पर बोलते हुए, राष्ट्रपति ने कहा कि वह शीघ्र ही बेलारूस की यात्रा तथा बेलारूस के राष्ट्रपति अलेक्जेन्डर जी लूकाशेंको से मिलने के लिए उत्सुक हैं। राष्ट्रपति ने याद किया कि वे राष्ट्रपति लूकाशेंको से उनकी 2007की भारत यात्रा के दौरान विदेश मंत्री के रूप में मिले थे। विभिन्न मुद्दों पर दोनों देशों के समान विचार हैं। द्विपक्षीय संबंधों में विस्तार हो रहा है। अंतरराष्ट्रीय तथा क्षेत्रीय मामलों पर दोनो देशों के बीच अच्छी समझ तथा सहयोग मौजूद है। भारत संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की स्थाई सदस्यता के लिए भारत की उम्मीदवारी के लिए बेलारूस के समर्थन की सराहना करता है।
राष्ट्रपति ने कहा कि भारत और बेलारूस के बीच कुल द्विपक्षीय व्यवसाय लगभग 400 मिलियन अमरीकी डॉलर है। दोनों देशों में मौजूद क्षमता के मद्देनजर इन रिश्तों को और अधिक विस्तृत तथा प्रगाढ़ बनाने का भारी मौका मौजूद है। बेलारूस भारत में पोटाश का दूसरा सबसे बड़ा आपूर्तिकर्ता है तथा भारत बेलारूस को औषधि आपूर्ति करने वाला प्रमुख देश है। पोटाश उर्वरक की आपूर्ति भारत की खाद्य सुरक्षा के लिए महत्त्वपूर्ण है। ऐसे बहुत से क्षेत्र हैं जहां भारत और बेलारूस और अधिक सहयोग कर सकते हैं।
बेलारूस के विदेश मंत्री ने राष्ट्रपति जी के उद्गारों के प्रत्युत्तर में कहा कि बेलारूस भारत को इस क्षेत्र में प्रमुख साझीदार के रूप में देखता है। यद्यपि बेलारूस एक छोटा सा देश है इसके पास उद्योग और विज्ञान के कई क्षेत्रों में क्षमताएं हैं। सहयोग के विभिन्न क्षेत्रों में प्रगति की संभावनाएं मौजूद हैं। बेलारूस भारत सरकार की ‘भारत में निर्माण’ पहल में योगदान दे सकता है तथा वह प्रौद्योगिकी हस्तांतरण पर विचार करने के लिए तैयार है। उन्होंने यह विश्वास व्यक्त किया कि भारत के राष्ट्रपति की बेलारूस की यात्रा द्विपक्षीय संबंधों में एक प्रमुख उपलब्धि होगी।
यह विज्ञप्ति 18:10 बजे जारी की गई।