राष्ट्रपति भवन : 10.04.2017
बंग्लादेश की प्रधानमंत्री, महामहिम शेख हसीना ने कल (09 अप्रैल, 2017) राष्ट्रपति भवन में भारत के राष्ट्रपति, श्री प्रणब मुखर्जी से भेंट की। भारत में बंग्लादेशी प्रधानमंत्री का स्वागत करते हुए राष्ट्रपति ने सप्रेम मार्च, 2013 में बंग्लादेश में उनके दौरे को याद किया। उन्होंने अगस्त 2015 में अपनी स्वर्गीय पत्नी के अंतिम संस्कार में उपस्थित होने पर प्रधानमंत्री की यात्रा की भी सराहना की।
राष्ट्रपति ने कहा कि दिसंबर 1971 के दौरान बंग्लादेश द्वारा भारतीय शहीद सैनिकों को भाव-भंगिमा सम्मानित करने की भारत में विशेष सराहना की गई। भारत इसे एकजुटता का प्रदर्शन और द्विपक्षीय संबंधों के अनूठे इतिहास का प्रतीक मानता है। दोनों देशों को बांधने के लिए बहुत कुछ साझा है - एक साझा इतिहास और सामान्य विरासत,भाषाई और सांस्कृतिक संबंध, संगीत का शौक, साहित्य और कला।
राष्ट्रपति ने कहा कि भारत बंग्लादेश संबंध को नई दिशा देने और उसे ऐसा बनाने के लिए जैसा वो आज है- दोनों देशों के बीच एक सशक्त, जीवंत और उदाहरणीय साझीदारी में बंग्लादेशी प्रधानमंत्री की भूमिका की भूरि-भूरि प्रशंसा करता है।
राष्ट्रपति ने कहा कि लोकतंत्र, कानून के नियम, बहुलवाद और मानव गरिमा को मजबूत करने और देश में शांति,सुरक्षा और स्थायित्व सुनिश्चित करने के लिए बंग्लादेश की प्रतिबद्धता प्रशंसनीय है। उन्होंने पिछले सप्ताह ढाका में 136 अंतर-संसदीय संघीय सभा के सफल आयोजन पर और दिसंबर, 2016 में नौंवे प्रवास और विकास पर भी बंग्लादेश को मुबारकबाद दी।
राष्ट्रपति ने कहा भारत और बंग्लादेश के संबंध दिन प्रतिदिन सुदृढ़ होते जा रहे हैं। संपर्क, विद्युत, ऊर्जा, व्यापार, क्षमता निर्माण और अवसंरचनात्मक विकास के क्षेत्रों में सहयोग विशेष रूप से सराहनीय है। भारत बंग्लादेश के आर्थिक विकास में साझीदार होने के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध है। उन्होंने आशा व्यक्त की कि बंग्लादेश में अगले आगामी वर्षों में अवसंरचनात्मक परियोजनाओं के लिए भारतीय रियायती वित्त पोषण के लिए 5 बिलियन से अधिक अमरीकी डॉलर की घोषणा से बंग्लादेश में और अधिक विकास हो सकता है।
यह विज्ञप्ति 1920 बजे जारी की गई।