राष्ट्रपति भवन : 22.09.2014
आवासी लेखकों एवं कलाकारों, सुश्री यिशे डोमा भूटिया, डॉ वेमपल्ली गंगाधर श्री राहुल सक्ेसेना तथा प्रताप सुधीर मोरे ने आज (22 सितम्बर 2014 ) राष्ट्रपति भवन में भारत के राष्ट्रपति, श्री प्रणब मुखर्जी से भेंट की। ये लेखक और कलाकार 8 सितम्बर 2014से तीन सप्ताह के आवासी कार्यक्रम के तहत राष्ट्रपति भवन में ठहरे हुए हैं।
इस अवसर पर बोलते हुए राष्ट्रपति ने उम्मीद व्यक्त की कि राष्ट्रपति भवन में ठहरने का अवसर मिलने से उनकी सर्जनात्मकता को प्रोत्साहन मिलेगा तथा उनके कौशल में पैनापन आएगा। उन्होंने कहा कि भविष्य में वे अपने-अपने क्षेत्रों में और अधिक योगदान करेंगे और यदि राष्ट्रपति भवन में उनके ठहरने से इस दिशा में कोई बदलाव लाने में सहायता मिली तो इस कार्यक्रम का उद्देश्य पूरा हो जाएगा। उन्होंने कहा कि ये लेखक तथा कलाकार अब राष्ट्रपति भवन के विस्तारित परिवार का हिस्सा बन गए हैं। राष्ट्रपति ने कहा कि आवासी कार्यक्रम का उद्देश्य, लेखकों एवं कलाकारों को राष्ट्रपति भवन के जीवन का हिस्सा बनने में सहायता देता तथा ऐसे परिवेश में रहना था जहां प्रकृति से पूर्ण तादात्म्य हो। यह राष्ट्रपति भवन को जनता के लिए खोलने और उसकी रहस्यात्मकता को खत्म करने के उनके उद्देश्य का एक भाग था। उन्होंने इस कार्यक्रम के प्रतिभागियों की आने वाले वर्षों में सफलता की कामना की।
लेखकों और कलाकारों के लिए ‘आवासी’ कार्यक्रम की शुरुआत 11 दिसम्बर 2013 को राष्ट्रपति जी द्वारा वरिष्ठ कलाकारों तथा युवा एवं नवोदित व्यक्तियों को राष्ट्रपति भवन में सुंदर तथा शांत परिवेश में प्रकृति के नजदीक ठहरने की सुविधा देकर उन्हें प्रोत्साहित करना था। इस कार्यक्रम में ऐसा माहौल प्रदान करने की अपेक्षा की गई है जो सर्जनात्मक चिंतन को प्रेरणा दे तथा कलात्मक मनोदशाओं को जीवंत करे।
यह विज्ञप्ति 1515 बजे जारी की गई।