भारत घाना कोफी अन्नान सेंटर फॉर एक्सीलेंस में भारत के राष्ट्रपति, श्री प्रणब मुखर्जी का अभिभाषण

अकरा, घाना : 14-06-2016

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Speech By The President Of India, Shri Pranab Mukherjee At The India-ghana Kofi Annan Centre For Excellence

1. आईसीटी में कोफी अन्नान सेंटर ऑफ एक्सीलेंस में व्याख्या करना मेरे लिए एक आनंददायक अनुभूति है। मेरे साथ यहां भारतीय प्रधानमंत्री कार्यालय में राज्यमंत्री माननीय डॉ. जितेंद्र सिंह,लोकसभा, लोकसदन के सदस्य,माननीय श्री सुरेन्द्रजीत सिंह अहलूवालिया,और राज्यसभा, भारतीय संसद का उच्च सदन के सदस्य,श्री मनसुख मंडाविया आए हुए हैं। हम अपने साथ हार्दिक शुभकामनाएं और भारत के सरकार और जनता की ओर से मुबारकबाद लेकर आए हैं।

2.मैं यहां छात्रों और प्रशिक्षुओं के साथ संवाद करके विशेष रूप से प्रसन्न हूं। मैं आप में से प्रत्येक में महान कटिबद्धता और क्षमता देखता हूं। आप देश के भावी नेता हैं। आपके नवाचारी विचारों में आपके देश की अर्थव्यवस्था को परिवर्तित करने और उत्पादकता और संवर्धन के उच्च प्रक्षेपण पथ पर ले जाने की क्षमता है।

3.मेरे लिए आपके सकारात्मक अनुभवों को सुनना गहन संतोषजनक रहा। मैं यह देखकर बहुत प्रसन्न हूं कि यह सेंटर एक सर्वोकृष्ट संस्था में विकसित हो चुका है।2003 में इसकी स्थापना से अब तक यहां केवल घाना के ही नहीं बल्कि अन्य पड़ोसी देशों के भी20,000 से भी अधिक छात्र प्रशिक्षण पा चुके हैं।

4.मैं समझता हूं कि इस सेंटर और इंडियन सेंटर फॉर डेवलेपमेंट और एडवांस कंप्यूटिंग के निकट सहयोग से,इसने अपना पाठ्यक्रम पर्याप्त वृहत कर लिया है जिसमें साइबर सुरक्षा,मोबाइल संगणना, उद्यम सॉफ्टवेयर,उच्च निष्पादन संगणना और अनेक प्रासंगगिक अध्ययन क्षेत्र शामिल हैं।

5. मैं इस साझेदारी को इतना सफल रूप देने में गतिशील नेतृत्व के लिए महानिदेशक,डॉ. दोरोथी गोर्डन को बधाई देता हूं। श्री जीवासागर,घाना में भारत के उच्चायुक्त मुझे बताते हैं कि इस सेंटर की सफलता की गहनता में उनकी प्रतिबद्धता और योगदान निहित है।

6. यह भी संतोष का विषय है कि इस सेंटर के स्नातकों को मान्यता और महत्व प्राप्त है। मैं समझता हूं कि बहुत से पूर्व छात्र इस समय व्यवसाय और औद्योगिक संगठनों में अच्छे पदों पर हैं,कुछेक ने अपना स्वयं का व्यवसाय आरंभ कर लिया है और अन्य अपनी आईसीटी समाधान तैयार करने के लिए अपने ज्ञान का सदुपयोग करने के लिए और स्वयं नियोक्ता बनने के लिए अपने ज्ञान का उपयोग कर रहे हैं।

7. कोफी अन्नान सेंटर के लिए सबसे अधिक उत्साहवर्द्धक यह है कि इसके स्नातक दक्षिण अफ्रीका राष्ट्रों के आर्थिक समुदाय में सब स्थानों पर प्रभावी रूप से तैनात हैं। क्षमता निर्माण करने और घाना और इसके पड़ोसियों को मानव संसाधन विकास में सहायता पहुंचाना भारत का प्राथमिक उद्देश्य है।

8. कोफी अन्नान सेंटर की स्थापना और सेंटर फॉर डेवलेपमेंट फार एडवांए कंप्यूटिंग इन इंडिया की साझीदारी सूचना और प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में और मानव संसाधन विकास के क्षेत्र में घाना और भारत के बीच सफल सहयोग का एक उदाहरण है। भारत सदैव अफ्रीका में उसके मित्रों को तकनीकी सहायता और विशिष्टता प्रदान करने में प्रसन्न रहा है।

9. भूतपूर्व संयुक्त राष्ट्र महासचिव,श्री कोफी अन्नान घाना के महासचिव की भारत के साथ लंबे समय से मैत्री है। उनकी वैश्विक मामलों और दक्षिण-दक्षिण सहयोग में बड़ी गूंज है। इसलिए यही उपयुक्त था कि इस सेंटर का उनके नाम से रखा जाए।

10. भारत का हमेशा विश्वास रहा है कि अफ्रीका अपने संसाधनों का स्वामित्व हासिल करे और अपने हितों और लक्ष्यों को परिभाषित करें। हमारी सरकार अफ्रीका में उन सभी क्षेत्रों में साझेदारों के साथ कार्य करने के लिए प्रतिबद्ध है जहां हम उनकी प्रासंगिक, लागत प्रभावी प्रौद्योगिकीयों को उपयोग कर सकते हैं और उन्हें अंगीकार कर सकते हैं,सर्वोत्तम अभ्यासों को साझा कर सकते हैं और प्रौद्योगिकीय विकास के उनके लक्ष्यों को हासिल कर सकते हैं।

11. मुझे यह जानकर खुशी हुई है कि कोफी अन्नान सेंटर राष्ट्रीय मसलों के स्थानीय समाधान ढूंढने में विज्ञान और आईसीटी के अनुसंधान और प्रयोग पर विधिवत रूप से केंद्रित है।

12. मैं इस अवसर पर इस बात पर बल देना चाहूंगा कि एक विकासशील देश के रूप में भारत के अनुभव ने न्यायसंगत और समेकित प्रगति और विकास में ध्यान देने की आवश्यकता का पाठ पढ़ाया है।

13. यह सुनिश्चित करना बहुत महत्वपूर्ण है कि डिजिटल क्रांति से महिलाओं और पुरुषों के बीच,ग्रामीण और शहरी केंद्रों के बीच और मुख्य धारा की भाषाओं और अन्य के बीच असंतुलन न पैदा हो।

14. कौशल जगाने के अभियान में सभी क्षेत्रों और खंडों पर पहुंच आवश्यक है जो लक्षित आबादी को रोजगार दिला सके;यदि आवश्यक हो, कुछ कार्यक्रम उनकी आवश्यकताओं की पूर्ति के लिए भी निर्धारित किए जाने चाहिए। मुझे यह जानकर प्रसन्नता हुई कि कोफी अन्नान सेंटर अपने विशिष्ट कार्यक्रमों के माध्यम से यह देख रहा है कि किस प्रकार इस महत्वपूर्ण आवश्यकता की सर्वोत्तम पूर्ति की जा सकती है।

15. इस सेंटर की उपलब्धियों को मान्यता देते हुए मेरी सरकार एक मास्टर कार्यक्रम को शुरू करने,इसकी प्रयोगशाला सुविधाओं का विस्तार करने और अतिरिक्त पाठ्यक्रम आरंभ करने के लिए सेंटर की सहायता को एक मिलियन अतिरिक्त डालर अनुदान की घोषणा करने में खुश है जिससे छात्र तीव्र विकासशील प्रौद्योगिकी से अवगत रहेंगे।

14. महामहिम,इन शब्दों के साथ महामहिम मैं मैडम विदेश मंत्री और महानिदेशक डॉ. दोरोथी गोर्डन को इस इस सेंटर के बहुत ही संतोषजनक यात्रा का आयोजन करने के लिए धन्यवाद देता हूं।

17. मैं इस सेंटर के छात्रों और प्रशिक्षुओं की मैं उनकी कड़े परिश्रम के लिए सराहना करता हूं और उनकी सफलता के लिए शुभकामनाएं भेजता हूं।

18. मुझे विश्वास है कि आप कोई कमी नहीं छोड़ेंगे क्योंकि आप इस सेंटर द्वारा प्रदान किए गए पाठ्यक्रम का पूरा लाभ उठाते हैं। मुझे इसमें कोई संदेह नहीं है कि आप अपने को पूरी तरह से तैयार करेंगे और अपनी क्षमताओं को व्यापक रूप से विकसित करेंगे ताकि एक दिन अपने महान देश की प्रगति में आप अपना अनमोल योगदान दे सकें। आपकी सफलता घाना और भारत के बीच निकट साझेदारी और मैत्री के लिए एक श्रद्धा होगी।

एक बार फिर धन्यवाद।

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