अबिदजान शहर में मान्यता प्राप्त करने संबंधी समारोह के अवसर पर भारत के राष्ट्रपति, श्री प्रणब मुखर्जी की आभारोक्ति
Abidjan : 15-06-2016
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1. भारत के किसी राष्ट्रपति की पहली राजकीय यात्रा पर इस सुंदर देश अबिदजान, पर्ल ऑफ वेस्ट अफ्रीका में आकर मैं बहुत प्रसन्न हूं।
2. मैं आपके द्वारा शहर की मान्यता प्रदान करने के भाव और मुझे मानद नागरिकता प्रदान करने से मुझे आनंदानुभूति हुई है। मैं, मुझे दिए गए इस मानद के लिए आप सभी के प्रति आभार व्यक्त करता हूं। इस प्रकार मैं अबिदजान शहर के मानद नागरिक होने में बहुत प्रसन्न हूं। इस शहर ने इसी सौहार्द से भारत के उन लोगों को भी प्रेम दिया है जो कोटे डी आइवर में रहते हैं और कार्य करते हैं। मैं, आप महामहिम को भारतीय राजनयिकों का स्वागत करने और उन्हें सुरक्षित महसूस कराने के लिए धन्यवाद देता हूं।
3. विश्व के सबसे बड़े गणतांत्रिक और धर्मनिरपेक्ष गणतंत्र के रूप में, भारत अबिदजान शहर को विभिन्न जातियों और धर्मों के एक गढ़ के रूप में देखता है। मैं यह देखकर प्रसन्न हूं कि अबिदजान ने हाल ही में सिविल वार के दौरान व्यापक हानि उठाने के बाद अपने शानदार विगत को दुबारा प्राप्त कर लिया है। आज एक बार फिर यह राष्ट्रीय एकता और एकजुटता का प्रतीक है और एक महत्वपूर्ण वाणिज्यिक हब के रूप में विकसित हुआ है। भारत कोटे डी आइवर के नागरिकों की भावना, राष्ट्रीय सामंजस्य पाने के प्रयास करने और एक होने तथा बेहतर दिनों की आस रखने के लिए सराहना करता है।
4. महामहिम, मैं आईवोरियाई परंपरा की बहुत प्रशंसा करता हूं- क्योंकि यह मुझे भारत के पुरातन दर्शन ‘‘वसुधैव कुटुंबकम’’ की याद दिलाती है। संस्कृत में इन शब्दों का अर्थ है कि मानव का एक बड़ा परिवार है इसलिए मैं आपके द्वारा भारत के लोगों के नाम पर मुझे प्रदान की गई मानद नागरिकता स्वीकार करता हूं - और इसे कोटे डी आइवर की जनता और भारत की जनता की मित्रता के मूल्यवान प्रतीक के रूप में स्वीकार करता हूं।
5. इन शब्दों के साथ मैं कोटे डी आइवरी की जनता को भारत की जनता की ओर से उनकी सतत शांति समृद्धि और सशक्तता के लिए शुभकामनाएं देता हूं।
धन्यवाद।