राष्ट्रपति ने पुर्तगाल के प्रधानमंत्री और असेंबली दा रिपब्लिका के अध्यक्ष से मुलाकात की
पुर्तगाल में भारतीय समुदाय के सदस्यों को सामुदायिक स्वागत समारोह में संबोधित किया
राष्ट्रपति स्लोवाकिया के लिए रवाना हुईं
राष्ट्रपति भवन : 09.04.2025
पुर्तगाल की अपनी यात्रा के अंतिम दिन 8 अप्रैल, 2025 को भारत की राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मु ने लिस्बन में असेंबली दा रिपब्लिका (पुर्तगाली संसद) के अध्यक्ष महामहिम जोस पेड्रो अगुइर-ब्रैंको से मुलाकात की। दोनों इस बात पर सहमत हुए कि भारत और पुर्तगाल की संसदों के बीच नियमित आदान-प्रदान से दोनों देशों के लोगों के आपसी संबंध और घनिष्ठ होंगे। राष्ट्रपति ने लिस्बन में पुर्तगाल के प्रधानमंत्री महामहिम श्री लुइस मोंटेनेग्रो से भी मुलाकात और वार्ता की। बैठक के दौरान, दोनों नेताओं ने द्विपक्षीय संबंधों को और मजबूत करने के लिए बारे में चर्चा की। वे इस बात पर सहमत हुए कि व्यापार एवं वाणिज्य, रक्षा, विज्ञान और प्रौद्योगिकी, तथा ऊर्जा जैसे अनेक क्षेत्रों में सहयोग की बहुत संभावनाएं हैं।
कल 8 अप्रैल, 2025 को राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मु ने राष्ट्रपति मार्सेलो रेबेलो डिसूज़ा के साथ, लिस्बन में चंपालिमौड फाउंडेशन का दौरा किया और तंत्रिका विज्ञान, ऑन्कोलॉजी, प्रायोगिक नैदानिक अनुसंधान और स्वचालित चिकित्सा सेवा के क्षेत्रों में विभिन्न अनुसंधान और विकास पहलों को देखा। राष्ट्रपति ने फाउंडेशन और पुर्तगाल के अन्य संस्थानों में कार्य कर रहे भारतीय शोधकर्ताओं और विद्वानों के साथ भी विस्तार से बातचीत की। उन्होंने उभरती प्रौद्योगिकियों और वैज्ञानिक अनुसंधान में भारत-पुर्तगाल सहयोग को गहन करने में भारतीय विद्वानों की भूमिका की सराहना की।
चंपालिमौड सेंटर फॉर द अननोन एक अत्याधुनिक चिकित्सा, वैज्ञानिक और तकनीकी संस्थान है, जहां अनुप्रयुक्त अनुसंधान कार्यों और उन्नत शिक्षा कार्यक्रमों के साथ-साथ अंतःविषयक नैदानिक चिकित्सा में विस्तार किया जा रहा है।
बाद में, राष्ट्रपति ने लिस्बन में महात्मा गांधी और कस्तूरबा गांधी की प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित की। उन्होंने राधा-कृष्ण मंदिर का भी दौरा किया और वहां प्रार्थना की।
लिस्बन में अंतिम कार्यक्रम में, राष्ट्रपति ने पुर्तगाल में भारत के राजदूत द्वारा आयोजित स्वागत समारोह में भारतीय समुदाय के सदस्यों को संबोधित किया। इस अवसर पर उनके साथ राज्य मंत्री श्रीमती निमुबेन जयंतीभाई बंभानिया और संसद सदस्य श्री धवल पटेल और श्रीमती संध्या रे भी मौजूद थे।
इस अवसर पर पूरे पुर्तगाल से लिस्बन आए भारतीय समुदाय के उत्साही सदस्यों को संबोधित करते हुए राष्ट्रपति ने कहा कि भारत के कई हिस्सों से आकर, विभिन्न समुदायों का प्रतिनिधित्व करते हुए, वे न केवल भारत की विविधता को दर्शाते हैं, बल्कि हमारे महान देशों को जोड़ने वाले साझा मूल्यों - लोकतंत्र, बहुलवाद, भाईचारे की भावना का भी प्रतिनिधित्व करते हैं।
राष्ट्रपति ने कहा कि पुर्तगाल में उनके योगदान तथा भारतीय संस्कृति को बढ़ावा देने के उनके प्रयास उन्हें हमारे देश का सच्चा राजदूत बनाते हैं। उन्हें यह जानकर प्रसन्नता हुई कि वे अपनी कड़ी मेहनत के माध्यम से सफलताएं और उपलब्धियां हासिल कर रहे हैं और भारत का नाम रोशन कर रहे हैं। उन्होंने पुर्तगाल सरकार और वहां के लोगों को प्रवासी भारतीयों का स्वागत करने और उनकी सुरक्षा और कल्याण सुनिश्चित करने के लिए धन्यवाद दिया।
राष्ट्रपति ने कहा कि भारत सरकार अपने प्रवासी भारतीयों के साथ संबंध को मजबूत करने और उनका कल्याण सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध है। सरकार ने प्रवासी भारतीयों की सुरक्षा और कुशलता सुनिश्चित करने के लिए संकट के समय सहयोग के लिए कई पहलें की हैं। उन्होंने भारतीय प्रवासियों से कहा कि विदेशों में भारतीय मिशन हर भारतीय की सहायता करने के लिए तैयार हैं क्योंकि वे जहां भी हैं, उनकी मातृभूमि हमेशा उनके साथ है!
स्वागत समारोह के बाद राष्ट्रपति स्लोवाक गणराज्य के लिए रवाना हो गईं।