राष्ट्रपति को लिस्बन का ‘सिटी की ऑफ ऑनर’ दिया गया
पुर्तगाल के राष्ट्रपति द्वारा उनके सम्मान में आयोजित रात्रि-भोज में शामिल हुईं
हम ज्ञान आधारित अर्थव्यवस्था के रूप में पुर्तगाल को भारत की ताकत का सदुपयोग करने में अपना सहभागी मानते हैं: राष्ट्रपति मुर्मु
राष्ट्रपति भवन : 08.04.2025
भारत की राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मु ने कल 7 अप्रैल, 2025 को पुर्तगाल के लिस्बन के सिटी हॉल में आयोजित एक समारोह में लिस्बन के मेयर से लिस्बन शहर का ‘सिटी की ऑफ ऑनर’ ग्रहण किया।
इस अवसर पर बोलते हुए राष्ट्रपति ने इस सम्मान के लिए मेयर और लिस्बन के लोगों को धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा कि विश्व में लिस्बन अपने खुले विचारों, लोगों के अपनेपन और संस्कृति के साथ-साथ सहिष्णुता और विविधता के प्रति सम्मान के लिए जाना जाता है। उन्हें यह जानकर प्रसन्नता हुई कि लिस्बन एक वैश्विक शहर है जो तकनीकी परिवर्तन, नवाचार, डिजिटल सार्वजनिक अवसंरचना और डिजिटल परिवर्तन के मामले में अग्रणी है। उन्होंने कहा कि ये ऐसे क्षेत्र हैं जिनमें भारत और पुर्तगाल आगे भी सहयोग कर सकते हैं।
कल शाम 7 अप्रैल, 2025 को राष्ट्रपति पुर्तगाल गणराज्य के राष्ट्रपति, महामहिम श्री मार्सेलो रेबेलो डिसूज़ा द्वारा पलासियो दा अजुदा में उनके सम्मान में आयोजित रात्रि-भोज में शामिल हुईं।
अपने भोज भाषण में, राष्ट्रपति ने कहा कि हमारे लोगों के बीच सांस्कृतिक संबंध सदियों से चले आ रहे हैं, और इन संबंधों ने हमारी सामूहिक कल्पना पर अमिट छाप छोड़ी है। इनमें हमारा साझा अतीत शामिल है जो वास्तुकला, ऐतिहासिक स्थानों और भाषाओं के साथ-साथ हमारे खान-पान में भी परिलक्षित होता है।
राष्ट्रपति ने कहा कि इस वर्ष का विशेष महत्व भी है क्योंकि हम भारत-पुर्तगाल द्विपक्षीय संबंधों के 50 वर्ष पूरे होने की वर्षगांठ मना रहे हैं। हमारे स्वाभाविक तालमेल और विभिन्न क्षेत्रों में सहयोग की संभावना के साथ, हमारे ऐतिहासिक संबंध एक गतिशील और दूरदर्शी साझेदारी बनने की दिशा में दृढ़ता से अग्रसर हैं। उन्होंने विज्ञान और प्रौद्योगिकी, रक्षा, आईटी, स्टार्ट-अप, अनुसंधान, शैक्षणिक और सांस्कृतिक सहयोग सहित विभिन्न क्षेत्रों में भारत-पुर्तगाल सहयोग में निरंतर और प्रगतिशील वृद्धि पर प्रसन्नता व्यक्त की।
राष्ट्रपति ने कहा कि ज्ञान आधारित अर्थव्यवस्था के रूप में, भारत विज्ञान और प्रौद्योगिकी, सूचना और संचार प्रौद्योगिकी, डिजिटल सार्वजनिक अवसंरचना, स्टार्ट- अप और नवाचार जैसे क्षेत्रों में अपनी क्षमता का सदुपयोग कर रहे हैं ताकि एक समावेशी और सतत विकास मॉडल तैयार किया जा सके, जो सभी के लिए लाभप्रद हो। उन्होंने कहा कि भारत इन प्रयासों में पुर्तगाल को अपना सहभागी मानता है।
राष्ट्रपति ने यूरोपीय संघ के साथ भारत के संबंधों को बढ़ावा देने में पुर्तगाल की भूमिका की सराहना की। उन्होंने इस बात पर प्रकाश डाला कि पुर्तगाल की यूरोपीय संघ की अध्यक्षता के दौरान ही वर्ष 2000 में पहला भारत-यूरोपीय संघ शिखर सम्मेलन आयोजित किया गया था और मई 2021 में, एक बार फिर पुर्तगाल की अध्यक्षता में, पुर्तगाल में ऐतिहासिक 'भारत-यूरोपीय संघ प्लस 27' लीडरशिप शिखर सम्मेलन आयोजित किया गया था।
राष्ट्रपति ने विश्वास व्यक्त किया कि आने वाले समय में भारत-पुर्तगाल द्विपक्षीय संबंध और ज्यादा घनिष्ठ और व्यापक होंगे जोकि न केवल हमारे लोगों के लिए, अपितु सम्पूर्ण विश्व के लिए लाभकारी होंगे।