राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु के कार्यालय के दो वर्ष पूरे हुए
राष्ट्रपति भवन : 25.07.2024
भारत की राष्ट्रपति, श्रीमती द्रौपदी मुर्मु के आज 25 जुलाई, 2024 को कार्यालय में दो वर्ष पूरे हो गए हैं।
अपने कार्यकाल का दूसरा वर्ष पूरा होने पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने एक अध्यापक के तौर पर विद्यार्थियों को पढ़ाया, पहले वह अध्यापक रह चुकी हैं। राष्ट्रपति संपदा में डॉ. राजेंद्र प्रसाद केंद्रीय विद्यालय के कक्षा 9 के छात्रों के साथ अपनी संक्षिप्त किन्तु जीवंत बातचीत में, उन्होंने प्रकृति को बचाने और जलवायु परिवर्तन पर शिक्षा दी। अपने समय को याद करते हुए जब वह उनकी उम्र की थीं, उन्होंने पौधों-वनस्पतियों और पशुओं की देखभाल के अपने अनुभव बताए। विद्याथी भी उत्साहपूर्वक बातचीत में शामिल हुए और उन्होंने अनेक सुझाव भी दिए।
उन्होंने राष्ट्रपति संपदा में की गई अन्य महत्वपूर्ण पहलों का भी उदघाटन किया, जो इस प्रकार हैं:
1. पुनर्विकसित शिव मंदिर का उद्घाटन
2. प्रणब मुखर्जी सार्वजनिक पुस्तकालय का दौरा किया जहां उन्होंने छात्रों के साथ बातचीत की और राष्ट्रपति भवन पुस्तकालय की पुरानी और दुर्लभ पुस्तकों के डिजिटल संस्करण देखे।
3. कौशल विकास और उद्यमशीलता राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री जयंत चौधरी की उपस्थिति में कौशल भारत केंद्र का उद्घाटन किया।
4. डॉ. राजेंद्र प्रसाद केंद्रीय विद्यालय के खेल के मैदान में क्रिकेट पवेलियन का उद्घाटन किया।
5. सिंथेटिक और ग्रास टेनिस कोर्ट का उद्घाटन किया।
6. राष्ट्रपति भवन में ई-उपहार, आरबी ऐप, ई-बुक का शुभारंभ किया – इसमें राष्ट्रपति पद कार्यकाल के पिछले एक वर्ष की झलकियों का संकलन है। (लिंक https://rb.nic.in/ebook.htm ) और अन्य डिजिटल पहलों का शुभारंभ किया।
विभिन्न डिजिटल पहलों के शुभारंभ के अवसर पर अपने संक्षिप्त सम्बोधन में राष्ट्रपति ने राष्ट्रपति भवन में किए गए डिजिटलीकरण कार्य की प्रशंसा की और कहा कि इससे सुविधा बढ़ेगी, कार्य तेजी से होगा, पारदर्शिता और जवाबदेही बढ़ेगी।
राष्ट्रपति ने कहा कि हमें सदा ही समाज के सभी वर्गों, विशेषकर वंचित और पिछड़े वर्गों के विकास में योगदान देने का प्रयास करना चाहिए। उन्हें यह जानकर प्रसन्नता हुई कि पिछले दो वर्षों में ऐसे अनेक निर्णय लिए गए हैं जिनसे राष्ट्रपति भवन के साथ आम जनता का जुड़ाव बढ़ा है।
राष्ट्रपति ने राष्ट्रपति संपदा में पढ़ने की प्रवृत्ति और खेल संस्कृति को बढ़ावा देने के लिए निरंतर किए जा रहे प्रयासों की भी प्रशंसा की।