भारत की राष्ट्रपति ने द्विपक्षीय बैठकें कीं; प्रतिनिधिमंडल-स्तरीय वार्ता का नेतृत्व किया; बेलग्रेड में बिजनेस इंडिया-सर्बिया बिजनेस फोरम को संबोधित किया
राष्ट्रपति भवन : 08.06.2023
सर्बिया की अपनी यात्रा के दूसरे दिन भारत की राष्ट्रपति, श्रीमती द्रौपदी मुर्मु ने सर्बिया के राष्ट्रपति श्री अलेक्सांदर वुचिच, प्रधानमंत्री श्रीमती एना ब्रनाबिक और सर्बिया की नेशनल असेंबली के अध्यक्ष, श्री व्लादिमीर ओरलिक से मुलाकात की और आज 8 जून, 2023 को बेलग्रेड में प्रतिनिधिमंडल स्तर की वार्ता का नेतृत्व किया।
राष्ट्रपति ने सर्बिया पैलेस की यात्रा के साथ अपने कार्यक्रमों की शुरुआत की, जहां राष्ट्रपति वुचिच उन्हें लेने आए और उनका समारोहिक स्वागत किया। आपसी चर्चा के दौरान, राष्ट्रपति ने उनके गर्मजोशी से स्वागत और आतिथ्य के लिए राष्ट्रपति वुचिच और सर्बिया के लोगों को धन्यवाद दिया।
इसके बाद प्रतिनिधिमंडल स्तर की वार्ता में बोलते हुए, राष्ट्रपति ने कहा कि भारत और सर्बिया के बीच संबंध समय पर परखे हुए और विश्वास-आधारित हैं। गुटनिरपेक्ष आंदोलन के सह- संस्थापकों के रूप में दोनों देशों में एतिहासिक सहयोग रहा है। उन्होंने सर्बिया गणराज्य की स्थिरता, समृद्धि और संप्रभुता का समर्थन करने के लिए भारत की प्रतिबद्धता को दोहराया।
राष्ट्रपति ने कहा कि भारत और सर्बिया की अर्थव्यवस्थाओं ने हाल के दिनों में अच्छा प्रदर्शन किया है। उन्होंने रेखांकित किया कि आईटी, इंफ्रास्ट्रक्चर, मशीनरी और उपकरण, कृषि, विज्ञान और प्रौद्योगिकी, शिक्षा, पर्यटन जैसे और अन्य कई क्षेत्र हैं जो महत्वपूर्ण व पारस्परिक रूप से लाभप्रद अवसर प्रदान करते हैं।
राष्ट्रपति ने कहा कि चिकित्सा का अध्ययन करने के लिए बड़ी संख्या में भारतीय छात्र सर्बिया में हैं। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि वे एक गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्राप्त करेंगे और सक्षम पेशेवर बनेंगे साथ ही भारत-सर्बिया संबंधों के लिए स्थाई सद्भावना राजदूत बनेंगे।
प्रतिनिधिमंडल स्तर की बैठक के बाद, राष्ट्रपति मुर्मू द्वारा एक प्रेस वक्तव्य दिया गया (पाठ संलग्न है)।
इसके बाद, राष्ट्रपति ने भारत-सर्बिया बिजनेस फोरम को संबोधित किया। इस अवसर पर बोलते हुए, उन्होंने कहा कि भारतीय अर्थव्यवस्था दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ती प्रमुख अर्थव्यवस्थाओं में से एक है। भारत में 100 से अधिक यूनिकॉर्न के साथ दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा स्टार्ट-अप इकोसिस्टम है। वर्ष 2022 में भारत में कुल लगभग 77 बिलियन अमेरिकी डॉलर विदेशी प्रत्यक्ष निवेश किया गया। उन्होंने कहा कि सर्बियाई अर्थव्यवस्था कोविड महामारी से उबर चुकी है और वर्ष 2018 के बाद से पश्चिमी बाल्कन क्षेत्र द्वारा प्राप्त विदेशी प्रत्यक्ष निवेश के आधे से अधिक का विदेशी प्रत्यक्ष निवेश प्राप्त किया है।
राष्ट्रपति ने कहा कि सर्बिया बुद्धिमान, मेहनती लोगों का देश है जो नवाचार और विचारों से प्रेरित है। उन्होंने कहा कि सर्बिया अपनी कार्यबल आवश्यकताओं को पूरा करने में मदद के लिए विदेशों से कुशल श्रमिकों और पेशेवरों की तलाश कर रहा है। उन्होंने कहा कि सर्बिया की प्रगति में भारतीय प्रतिभा एक विश्वसनीय भागीदार हो सकती है।
राष्ट्रपति ने कहा कि भारत-सर्बिया व्यापार और निवेश के लिए अपार संभावनाएं हैं। सर्बिया यूरोप और यूरेशिया में व्यापक बाजारों तक पहुंच बनाने के लिए भारतीय कंपनियों के लिए एक प्रभावी गेटवे बन सकता है। उन्होंने पुराने संबंधो को मजबूत करने और नए संबंध बनाने पर भी जोर दिया। उन्होंने कहा कि एक दूसरे की क्षमताओं की बेहतर जानकारी से दोनों देशों को अपनी आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए लागत प्रभावी वैकल्पिक आपूर्ति स्रोत तलाशने में सहायता मिलेगी। उन्होंने अधिक से अधिक व्यापार और व्यापारिक बातचीत सत्र करने का आह्वान किया।
प्रधान मंत्री एना ब्रनाबिक ने वर्किंग-लंच पर राष्ट्रपति की मेजबानी की।
सर्बिया की नेशनल असेंबली के स्पीकर व्लादिमीर ओरलिक ने भी राष्ट्रपति से मुलाकात की। बैठक के दौरान राष्ट्रपति ने कहा कि संसद लोगों की आशाओं और आकांक्षाओं का प्रतिनिधित्व करती है और इस संदर्भ में अध्यक्ष के रूप में उनकी भूमिका महत्वपूर्ण है। दोनों नेता इस बात पर सहमत हुए कि दोनों देशों के बीच सद्भावना और आपसी समझ बढ़ाने में भारत और सर्बिया के सांसदों की महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते है।
राष्ट्रपति ने माउंट अवाला का दौरा किया और अज्ञात योद्धा की कब्र पर श्रद्धांजलि अर्पित की।
शाम को राष्ट्रपति वुचिच, राष्ट्रपति के लिए एक आधिकारिक रात्रिभोज की मेजबानी करेंगे।
कल 9 जून, 2023 को राष्ट्रपति दिल्ली के लिए प्रस्थान करेंगी।