भारत की राष्ट्रपति केंद्रीय जनजातीय कार्य मंत्रालय द्वारा खूंटी में आयोजित महिला सम्मेलन में शामिल हुईं
राष्ट्रपति भवन : 25.05.2023
भारत की राष्ट्रपति, श्रीमती द्रौपदी मुर्मु आज 25 मई, 2023 को खूंटी, झारखंड में केंद्रीय जनजातीय मामलों के मंत्रालय द्वारा आयोजित एक महिला सम्मेलन में शामिल हुईं और उसे संबोधित किया।
सभा को संबोधित करते हुए राष्ट्रपति ने कहा कि महिला होना या आदिवासी समाज में जन्म लेना कोई नुकसान की बात नहीं है। उन्होंने साझा किया कि हमारे देश में महिलाओं के योगदान के अनगिनत प्रेरक उदाहरण मौजूद हैं और उन्होनें सामाजिक सुधार, राजनीति, अर्थव्यवस्था, शिक्षा, विज्ञान और अनुसंधान, व्यवसाय, खेल-कूद और सैन्य बलों तथा अनेक अन्य क्षेत्रों में अमूल्य योगदान दिया है। उन्होंने कहा कि किसी भी क्षेत्र में सफल होने के लिए यह बहुत जरूरी है कि वे अपनी प्रतिभा को पहचानें और दूसरों के पैमाने पर अपना आंकलन नहीं करें। उन्होंने महिलाओं से अपने भीतर की असीम शक्ति को जगाने का आग्रह किया।
राष्ट्रपति ने कहा कि महिला सशक्तिकरण के सामाजिक और आर्थिक दोनों पहलू समान रूप से महत्वपूर्ण हैं। उन्होंने कहा कि झारखंड की मेहनती बहन-बेटियां राज्य की अर्थव्यवस्था के साथ-साथ देश के आर्थिक विकास में महत्वपूर्ण योगदान देने में सक्षम हैं। उन्होंने उनसे अपनी प्रतिभा को पहचानने और आत्मविश्वास के साथ आगे बढ़ने का आग्रह किया।
राष्ट्रपति ने कहा कि महिला शक्ति झारखंड की ग्रामीण अर्थव्यवस्था को ऊर्जा प्रदान करती है। इसलिए झारखंड में अधिक से अधिक महिलाओं को स्वयं सहायता समूहों से जोड़ना और उनका कौशल विकास करके रोजगार प्रदान करने का काम अत्यंत महत्वपूर्ण है। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि इस सम्मेलन के माध्यम से महिलाएं अपने अधिकारों और सरकार द्वारा उनके हित में संचालित विभिन्न योजनाओं के बारे में अधिक जागरूक होंगी।
राष्ट्रपति ने कहा कि जनजातीय समाज अनेक क्षेत्रों में अनुकरणीय उदाहरण प्रस्तुत करता है। इनमें से एक है इस समाज में दहेज प्रथा का प्रचलन न होना। उन्होंने बताया कि हमारे समाज में बहुत से लोग, यहां तक कि सुशिक्षित लोग भी आज तक दहेज प्रथा को नहीं छोड़ पाए हैं।