भारत की राष्ट्रपति भोपाल में महिला स्व-सहायता समूह सम्मेलन की शोभा बढ़ाई
राष्ट्रपति भवन : 16.11.2022
भारत की राष्ट्रपति, श्रीमती द्रौपदी मुर्मु ने आज 16 नवंबर, 2022 को भोपाल में महिला स्व- सहायता समूह के एक सम्मेलन में भाग लिया और समूह को संबोधित किया।
इस अवसर पर बोलते हुए, राष्ट्रपति ने कहा भारत को आत्म-निर्भर और विकसित राष्ट्र बनाने के लिए महिला शक्ति की अधिक से अधिक भागीदारी अनिवार्य है। हमें ऐसा वातावरण बनाना है जिसमें महिलाएं स्वतंत्र और निडर महसूस करें और अपनी क्षमता का पूरा उपयोग कर सकें।
राष्ट्रपति ने महिलाओं से, एक दूसरे को प्रेरित करने, एक दूसरे की सहायता करने, एक दूसरे के हक में मिल-जुल कर आवाज उठाने और एकजुट होकर विकास के रास्ते पर आगे बढ़ने का आग्रह किया। स्व-सहायता समूह, हमारी बहनों और बेटियों को एक साथ लाने तथा उन्हें विकास की विभिन्न दिशाओं में आगे बढ़ाने के अच्छे माध्यम हैं। उन्हें यह जानकर प्रसन्नता हुई कि यह सम्मेलन महिलाओं को सशक्त बनाकर समाज की प्रगति के उद्देश्य से आयोजित किया जा रहा है।
राष्ट्रपति ने कहा कि आर्थिक आत्म-निर्भरता महिलाओं को सशक्त बनाने का एक प्रभावी माध्यम है। आर्थिक और सामाजिक आत्म-निर्भरता एक-दूसरे के पूरक हैं। महिलाओं की आत्म-निर्भरता में स्व-सहायता समूह प्रभावी योगदान कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश में चार लाख से अधिक महिला स्व-सहायता समूह सक्रिय हैं। उन्होंने कहा कि स्व-सहायता समूहों के जरिए महिलाओं की जितनी अधिक भागीदारी होगी उतना ही अर्थ-व्यवस्था,समाज और देश को लाभ पहुंचेगा। महिला स्व-सहायता समूहों को जन-आंदोलन का रूप देने का विचार सराहनीय है।
राष्ट्रपति ने कहा कि अधिकतरस्व-सहायता समूह महिलाएं चला रही हैं और वे अपने बनाए उत्पादों को देश-विदेश में पहुंचा रही हैं । उन्हें यह जानकर खुशी हुई कि जनजातीय समाज की महिलाओं द्वारा बनाए गए उत्पाद ट्राइबल कोऑपरेटिव मार्केटिंग डेवलपमेंट फेडरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड (ट्राइफेड) द्वाराउपभोक्ताओं तक पहुंचाया जा रहा है।
राष्ट्रपति ने कहा कि यह प्रसन्नता की बात है कि ग्रामीण क्षेत्रों में महिलाओं की साक्षरता बढ़ रही है। हमारी बहनें और बेटियां अपना रोजगार करने और आर्थिक आत्म-निर्भरता प्राप्त करने की ओर आगे बढ़ रही हैं। इससे ग्रामीण परिवारों के जीवन स्तर में सुधार हो रहा है।
राष्ट्रपति ने कहा कि महिलाओं के विकास में ही देश का विकास निहित है। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि महिलाओं के योगदान से निकट भविष्य में हीभारत एक विकसित राष्ट्र के रूप में उभरेगा।
राष्ट्रपति ने आज सुबह भोपाल में मध्य प्रदेश जनजातीय संग्रहालय का दौरा किया। संग्रहालय क्षेत्र की जनजातियों की संस्कृति, परंपराओं, रीति-रिवाजों, चित्रों और कलाकृतियों को प्रदर्शित करता है।