भारत की राष्ट्रपति अल्लूरि सीतारमन राजू के 125वें जन्मोत्सव के समापन समारोह में शामिल हुईं

राष्ट्रपति भवन : 04.07.2023

भारत की राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मु आज 4 जुलाई, 2023 को हैदराबाद में अल्लूरि सीताराम राजू की 125वीं जयंती के समापन समारोह में शामिल हुईं और उसे संबोधित किया।

इस अवसर पर बोलते हुए, राष्ट्रपति ने कहा कि अन्याय और शोषण के विरुद्ध अल्लूरि सीताराम राजू का संघर्ष भारतीय स्वाधीनता संग्राम का एक गौरवपूर्ण अध्याय है। उन्होंने कहा कि सभी लोगों, विशेषकर युवा पीढ़ी को उनकी देशभक्ति और साहस से परिचित होना चाहिए।

राष्ट्रपति ने कहा कि अल्लूरि सीताराम राजू का जीवन-चरित, जाति और वर्ग पर आधारित भेद-भाव से मुक्त रहकर पूरे समाज और देश के लिए एकजुट होने का उदाहरण है। उन्होंने कहा कि अल्लूरि सीताराम राजू को जनजातीय समाज ने पूरी तरह से अपना लिया था और उन्होंने जनजातीय समाज के सुख-दुख को अपना सुख-दुख बना लिया था। उन्हें एक जनजातीय योद्धा के रूप में याद किया जाता है और यही उनकी सही पहचान भी है। वे जनजातीय समाज के अधिकारों के लिए लड़ते रहे और वीरगति को प्राप्त हुए। उन्होंने कहा कि ऐसे महान स्वतंत्रता सेनानी की विरासत को याद रखना हम सभी का कर्तव्य है। उन्होंने बुद्धिजीवियों, विशेषकर समाजशास्त्रियों और इतिहासकारों से अनुरोध किया कि अल्लूरि सीताराम राजू जैसे स्वाधीनता सेनानियों के योगदान से देशवासियों को, विशेषकर युवा पीढ़ी को अवगत कराने के प्रयास करें।

राष्ट्रपति ने कहा कि समाज के वंचित वर्गों के हित में नि:स्वार्थ भाव से निर्भीक होकर संघर्ष करना ही अल्लूरि सीताराम राजू के जीवन का संदेश है। उन्होंने कहा कि हम उनके आदर्शों को अपने आचरण में ढालकर ही उन्हें सच्ची श्रद्धांजलि दे सकते हैं। उन्होंने सभी से समाज और देश के हित में अल्लूरि सीताराम राजू के मूल्यों और आदर्शों को अपनाने का आग्रह किया।

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