भारत की राष्ट्रपति लक्षद्वीप में नागरिक अभिनंदन में शामिल हुईं
राष्ट्रपति भवन : 18.03.2023
भारत की राष्ट्रपति, श्रीमती द्रौपदी मुर्मु आज शाम 18 मार्च, 2023 को कवारत्ती, लक्षद्वीप में उनके सम्मान में आयोजित नागरिक अभिनंदन समारोह में शामिल हुईं।
सभा को संबोधित करते हुए, राष्ट्रपति ने कहा कि लक्षद्वीप में समुद्री शैवाल उद्योग के विकास की अपार संभावनाएं हैं। लक्षद्वीप में समुद्री शैवाल की खेती करने से विदेशी उत्पादों पर निर्भर दवा कंपनियों और होटल उद्योग के आयात बिलों में भारी कमी आ जाएगी।
राष्ट्रपति ने कहा कि लक्षद्वीप द्वीपों में पर्यटन की बहुत संभावनाएं हैं और ये द्वीप सफेद रेतीले समुद्र तटों, प्रवाल और विविध समुद्री पारिस्थितिकी तंत्र (इकोसिस्टम) की प्राकृतिक सुंदरता से भरे हैं। उन्होंने कहा कि प्रशासन, नीति आयोग के तत्वावधान में कदमत, मिनिकॉय और सुहेली में एंकर परियोजनाओं के रूप में उच्च-स्तरीय इको-पर्यटन परियोजनाओं के विकास कर रहा है। उन्होंने कहा कि यह गर्व की बात है कि भारत का पहला वाटर विला इस केंद्रशासित प्रदेश के ब्लू लैगून में बनने जा रहा है। उन्होंने कहा कि पर्यटन के क्षेत्र में इन अभिनव पहलों से पर्यटन को बहुत बढ़ावा मिलेगा। इससे भी महत्वपूर्ण बात यह है कि यह पूरी दुनिया के लिए इॅकोटूरिज्म के लिए एक मॉडल बन सकता है।
राष्ट्रपति को यह जानकर प्रसन्नता हुई कि द्वीपों को विकसित करने के दृष्टिकोण के साथ, लक्षद्वीप प्रशासन पिछले कुछ वर्षों के दौरान द्वीपों की विकास प्रक्रिया में पूर्ण बदलाव लाने के लिए बहुत सुधार कर रहा है। उन्होंने कहा कि लक्षद्वीप प्रशासन अवसंरचनात्मक विकास पर जोर देने, शासन में सुधार करने और निजी क्षेत्र की भागीदारी को बढ़ावा देने के अलावा निवासियों को पीने का पानी उपलब्ध कराने के लिए कई द्वीपों में अलवणीकरण (डिसेलीनेशन प्लांट) संयंत्र स्थापित करने के लिए विशेष रूप से प्रशंसा का पात्र है।
राष्ट्रपति ने कहा कि केंद्र शासित प्रदेश लक्षद्वीप द्वारा स्कूली बच्चों के लिए अत्याधुनिक सुविधाएं प्रदान की गई हैं। देश के अन्य स्थानों की तुलना में लक्षद्वीप में बेहतर शिक्षक-छात्र अनुपात है। उन्होंने स्कूल शिक्षा प्रणाली में सुधार करने के लिए प्रशासन की प्रतिबद्धता और समर्पण की प्रशंसा की। उन्होंने यह भी कहा कि छात्रों को व्यावसायिक, रोजगार योग्य और उद्यमशीलता कौशल में सशक्त बनाने के लिए, शिक्षा विभाग द्वारा लक्षद्वीप के स्कूलों में डिजिटल साक्षरता पाठ्यक्रम चलाए जा रहे हैं। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि शिक्षा विभाग के इन प्रयासों से इस द्वीपीय क्षेत्र के बच्चों को अपने सपनों को पूरा करने में मदद मिलेगी।
राष्ट्रपति ने कहा कि आज के दौर में किसी भी क्षेत्र के सर्वांगीण विकास के लिए इंटरनेट की सुविधा होना बहुत आवश्यक है। उन्हें यह जानकर प्रसन्नता हुई कि लक्षद्वीप में सबमरीन ऑप्टिकल फाइबर केबल परियोजना कुछ महीनों के अंदर पूरी हो जाएगी।
राष्ट्रपति ने कहा कि चूंकि लक्षद्वीप भौगोलिक रूप से एक अलग जगह स्थित है, इसलिए विद्युत आपूर्ति के मामले पर भी विचार किए जाने की आवश्यकता है। ऊर्जा के वैकल्पिक स्रोतों का विकास किया जाना चाहिए जिससे इन खूबसूरत द्वीपों के पर्यावरण की रक्षा हो सके और विश्व भी इससे पर्यावरण के अनुकूल विकास करना सीखेगा।