भारत की राष्ट्रपति ने आंध्र प्रदेश में आंध्र प्रदेश सरकार द्वारा आयोजित नागरिक अभिनंदन समारोह में भाग लिया
राष्ट्रपति भवन : 04.12.2022
भारत की राष्ट्रपति, श्रीमती द्रौपदी मुर्मु ने आज 4 दिसंबर, 2022 को आंध्र प्रदेश सरकार द्वारा उनके सम्मान में विजयवाड़ा में आयोजित नागरिक अभिनंदन समारोह में भाग लिया।
इस अवसर पर बोलते हुए, राष्ट्रपति ने, भारत के राष्ट्रपति के रूप में राज्य की अपनी पहली यात्रा के दौरान आंध्र प्रदेश की सरकार और लोगों को उनके अतिथि सत्कार के लिए धन्यवाद दिया।
राष्ट्रपति ने कहा कि गोदावरी, कृष्णा, पेन्नार, वंशधारा और नागावली जैसी नदियों नेआंध्र की धरती को सिंचित किया है। इन नदियों ने यहां की समृद्ध परंपराओं को प्राण-शक्ति प्रदान की है। उन्होंने हम सभी देशवासियों को, अपनी नदी-माताओं की स्वच्छता और संरक्षण के लिए सदैव तत्पर रहने का आग्रह किया । उन्होंने कहा कि महान बौद्ध दार्शनिक नागार्जुन के नाम पर 'नागार्जुन सागर परियोजना' का विकास प्रगति को विरासत से जोड़ने का बहुत अच्छा उदाहरण है।
राष्ट्रपति ने कहा कि आंध्र प्रदेश महिलाओं के प्रति संवेदनशीलता के मामले में अनुकरणीय राज्यों में से एक है। उन्होंने कवयित्री मोल्ला को याद किया जिन्होंने एक अद्भुत महाकाव्य 'मोल्ला-रामायण' की रचना की। उन्होंने दुर्गाबाई देशमुख को याद किया, जिन्होंने महिलाओं की उन्नति तथा स्वाधीनता संग्राम में उनकी भागीदारी के लिए अनेक प्रयास किए। उन्होंने आंध्र प्रदेश की बहू सरोजिनी नायडू को भी याद किया। उन्होंने कहा कि सरोजिनी नायडू ने महात्मा गांधी के 'नमक सत्याग्रह' में अग्रणी भूमिका निभाई थी और वह स्वाधीन भारत में किसी भी राज्य की पहली महिला राज्यपाल थीं। राष्ट्रपति ने कहा कि जब उन्हें झारखंड के राज्यपाल-पद की जिम्मेदारी सौंपी गई थी तब उन्होंने हमेशा यह याद रखा कि सरोजिनी नायडू जैसी महान महिलाओं ने जो आदर्श प्रस्तुत किये हैं, उनके अनुसार साहसपूर्वक कार्य करना तथा जन-सेवा में लगे रहना ही देश की सेवा करने का सही रास्ता है।
राष्ट्रपति ने कहा कि सभी देशवासी यह याद करते हैं कि हमारे देश के स्वाधीनता संग्राम में आंध्र के लोगों ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया था। इस वर्ष, अल्लुरि सीताराम राजू की 125वीं जयंती भी मनाई जा रही है। हमारी युवा पीढ़ी को अल्लुरी सीताराम राजू और भगवान बिरसा मुंडा जैसे व्यक्तित्वों द्वारा किए गए योगदान के बारे में भली-भांति परिचित होना चाहिए जिन्होंने अल्पायु में ही भारत माता के लिए प्राणों का उत्सर्ग कर दिया था। उन्हें यह जानकर खुशी हुई कि 'अल्लूरी सीताराम राजू मेमोरियल ट्राइबल फ्रीडम फाइटर्स म्यूजियम' का निर्माण किया जा रहा है।
राष्ट्रपति ने कहा कि आंध्र प्रदेश कीभारत में आधुनिक विज्ञान और प्रौद्योगिकी के विकास में अग्रणी भूमिका है। उन्होंने फार्मेसी और बायो-केमिस्ट्री के क्षेत्र में डॉ. येल्लाप्रगडा सुब्बाराव के योगदान को याद किया। उन्होंने कहा कि डॉ. सुब्बाराव के अनुसन्धानों से मानवता के हित में अनेक दवाओं का बनाया जाना संभव हुआ है।
राष्ट्रपति ने कहा कि इसरो की श्रीहरिकोटा रेंज अंतरिक्ष-विज्ञान में नए प्रतिमान स्थापित कर रही है। विज्ञान और तकनीकी, विशेषकर सूचना प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में आंध्र प्रदेश के लोगों ने पूरे विश्व में भारत की प्रतिष्ठा बढ़ाई है।
राष्ट्रपति ने कामना की कि आंध्र प्रदेश के प्रतिभाशाली और समर्पित लोगों के सहयोग से इस राज्य की विकास यात्रा आगे बढ़ती रहे। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि आंध्र प्रदेश के लोग भारत के विकास में असाधारण योगदान देना जारी रखेंगे।