भारत के राष्ट्रपति ने जयपुर में 'लोकतंत्र के सुदृढ़ीकरण में राजस्थान विधानमंडल के प्रमुख संवैधानिक पदाधिकारियों की भूमिका' पर एक सेमिनार को संबोधित किया
राष्ट्रपति भवन : 14.07.2023
भारत की राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मु ने आज शाम 14 जुलाई, 2023 को जयपुर में 'लोकतंत्र के सुदृढ़ीकरण में राजस्थान विधानमंडल के प्रमुख संवैधानिक पदाधिकारियों की भूमिका' पर एक सेमिनार को संबोधित किया। यह सेमिनार श्री भैरों सिंह शेखावत की जन्म शताब्दी मनाने के लिए राष्ट्रमंडल संसदीय संघ (राजस्थान शाखा) के तत्वावधान में राजस्थान विधान सभा द्वारा आयोजित किया गया था।
इस अवसर पर राष्ट्रपति ने कहा कि श्री भैरों सिंह शेखावत ने न केवल राजस्थान बल्कि पूरे देश की राजनीति में अपने विशाल व्यक्तित्व की अमिट छाप छोड़ी है। राजस्थान के मुख्यमंत्री के रूप में, उन्होंने राज्य के विकास और लोगों के कल्याण के लिए कई योजनाओं की परिकल्पना की और उन्हें कार्यरूप दिया। देश के उपराष्ट्रपति के रूप में उन्होंने भारतीय संसद की उच्च परंपराओं का निर्वहन किया और उन्हें समृद्ध भी बनाया। उन्होंने राजस्थान और देश के भाग्य निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। उनके आदर्श हमारे देश के सभी जन-प्रतिनिधियों के लिए अनुकरणीय हैं।
राष्ट्रपति ने कहा कि भारत में लोकतांत्रिक व्यवस्था लगातार मजबूत होती जा रही है। हमारा देश दुनिया की सबसे बड़ी विविधता का समावेश करते हुए लोकतांत्रिक पद्धतियों से अपनी विकास यात्रा में आगे बढ़ रहा है। आजादी के बाद के 75 वर्षों के दौरान हमारे देश ने सभी चुनौतियों का सामना करते हुए अपने लोकतांत्रिक मूल्यों को मजबूत बनाए रखा है। उन्होंने कहा कि हमारे लोकतंत्र की जीवंतता का सबसे बड़ा प्रमाण आम चुनाव हैं। 2019 में 17वीं लोकसभा चुनाव में 61.3 करोड़ मतदाताओं ने मतदान किया, जो एक रिकॉर्ड था। उन्होंने कहा कि पहली बार महिला सांसदों की संख्या 100 से ऊपर हो गई है। उन्होंने विश्वास जताया कि इस संख्या में और वृद्धि होगी।
राष्ट्रपति ने कहा कि हमारी लोकतांत्रिक व्यवस्था में समाज के सभी लोगों, विशेषकर पिछड़े और कमजोर वर्ग के लोगों तथा महिलाओं को प्रतिनिधित्व प्रदान किया गया है। पंचायती राज व्यवस्था हमारे लोकतंत्र में बुनियादी भूमिका निभा रही है। आज 2.75 लाख से अधिक स्थानीय ग्रामीण निकायों में 31.5 लाख से अधिक निर्वाचित प्रतिनिधियों में से 46 प्रतिशत महिला प्रतिनिधि हैं।
राष्ट्रपति ने कहा कि राजस्थान के निवासियों और जन-प्रतिनिधियों की भारतीय लोकतंत्र की सफलता में बहुत बड़ी भूमिका रही है। उन्हें विश्वास जताया कि राजस्थान के लोग संसदीय लोकतंत्र के मूल्यों को मजबूत बनाएंगे तथा राज्य और देश के विकास में महत्वपूर्ण योगदान देते रहेंगे।