भारतीय सिविल लेखा सेवा के अधिकारियों ने राष्ट्रपति से मुलाकात की
राष्ट्रपति भवन : 25.04.2023
भारतीय सिविल लेखा सेवा (2018-2021 बैच) के अधिकारियों ने आज 25 अप्रैल, 2023 को राष्ट्रपति भवन में भारत की राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मु से मुलाकात की।
अधिकारियों को संबोधित करते हुए राष्ट्रपति ने कहा कि उन्हें देश के वित्तीय प्रशासन में महत्वपूर्ण भूमिका निभानी है। युवा सिविल सेवकों के रूप में आपसे अपेक्षा है कि उत्कृष्टता से सार्वजनिक प्रशासन करेंगे और संविधान में निहित मूल्यों को बनाए रखेंगे। उन्होंने कहा कि वे जिस भी संगठन या विभाग में तैनात रहें, उन्हें अपने काम के उद्देश्य के बारे में पता होना चाहिए। प्रक्रिया पालन के दौरान उद्देश्य याद रखा जाना चाहिए। उन्होंने उनसे सार्वजनिक कल्याण और देश के समावेशी विकास के उद्देश्य से कार्य करने का आग्रह किया।
राष्ट्रपति ने कहा कि भारतीय सिविल लेखा सेवा ने यह सुनिश्चित किया है कि लेखा प्रक्रिया और लेखा रिपोर्ट सरकार में वित्तीय उत्तरदायित्व सुनिश्चित करने और लोक प्रशासन में पारदर्शिता लाने का साधन बने। सार्वजनिक वित्तीय प्रबंधन का एक सुदृढ़ तंत्र देश में न्यायोचित और समावेशी विकास को बढ़ावा देने में मदद करता है। देश में सार्वजनिक वित्तीय प्रबंधन के प्रमुख संचालकों के रूप में भारतीय सिविल लेखा सेवा के अधिकारियों से ऐसी प्रणालियां डिजाइन, विकसित और लागू करने की अपेक्षा की जाती है जो अंतर्राष्ट्रीय क्षेत्र में भी एक मॉडल बन जाएँ।
राष्ट्रपति ने कहा कि ओटोमोशन और प्रौद्योगिकी के उपयोग ने देश में शासन के प्रतिमान को बदल दिया है। हमने शासन प्रणालियों में प्रौद्योगिकी के उपयोग में वृद्धि होती देखी है। डिजिटाइजेशन और ऑनलाइन सर्विस डिलीवरी से लोक प्रशासन में काफी हद तक पारदर्शिता और जवाबदेही बढ़ी है। नए लेखा सॉफ्टवेयर और क्लाउड स्टोरेज प्रौद्योगिकियां आ जाने से लेखांकन प्रक्रियाओं के अधिक निर्बाध और सटीक होने की गुंजाइश है।