संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की आतंकवाद रोधी समिति के प्रतिनिधिमंडलों के प्रमुखों ने राष्ट्रपति से मुलाकात की
राष्ट्रपति भवन : 29.10.2022
संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की आतंकवाद रोधी समिति (सीटीसी) के प्रतिनिधिमंडलों के प्रमुखों ने आज (29 अक्तूबर, 2022) को राष्ट्रपति भवन में भारत की राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मु से मुलाकात की। वे 28-29 अक्तूबर, 2022 को मुंबई और दिल्ली में आयोजित संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की आतंकवाद रोधी समिति की विशेष बैठक में भाग लेने के लिए भारत आए हैं।
प्रतिनिधिमंडल के सदस्यों का स्वागत करते हुए, राष्ट्रपति ने मुंबई में 26/11 हमले के पीड़ितों को श्रद्धांजलि देकर यात्रा शुरू करने के उनके भाव की प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि भारत दुनिया का सबसे बड़ा लोकतंत्र है, दुनिया में सबसे खुले समाज और विविधताभरे राष्ट्रों में से एक है और यह दशकों से आतंकवाद का शिकार रहा है। आतंकवाद के सभी रूपों और अभिव्यक्तियों से लड़ने के लिए भारत राष्ट्र प्रतिबद्ध है। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि वैश्विक आतंकवाद रोधी खाका तैयार करने में, अंतर्राष्ट्रीय समुदाय का मार्गदर्शक दृष्टिकोण किसी भी प्रकार से प्रेरितआतंकवाद के सभी कृत्यों के प्रति शून्य सहिष्णुता होना चाहिए।
बैठक के दौरान, संयुक्त राष्ट्र में भारत की स्थाई प्रतिनिधि, राजदूत रुचिरा काम्बोज ने सीटीसी के अध्यक्ष के रूप में, राष्ट्रपति को यूएनएससी सीटीसी की कार्यशैली और इसकी प्राथमिकताओं के बारे में बताया। श्री माइकल मौसा एडमो, संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के अध्यक्ष और गैबॉन के विदेश मंत्री और भारत के विदेश मंत्री, डॉ एस जयशंकर ने भी संक्षिप्त में, आज स्वीकार की गई दिल्ली घोषणा में यथा उल्लिखित, राष्ट्रपति को यूएनएससी सीटीसी के विचार-विमर्श के मुख्य पहलुओं और आगे के कार्य के बारे में अवगत कराया।
बैठक में भाग लेने वाले गणमान्य व्यक्तियों में महामहिम सुश्री शिर्ले अयोर्कर बोचे, घाना की विदेश मंत्री, महामहिम सुश्री रीम इब्राहिम अल हाशिमी, संयुक्त अरब अमीरात के अंतर्राष्ट्रीय सहयोग राज्य मंत्री और अल्बानिया की उप विदेश मंत्री सुश्री मेगी फिनो शामिल थे। इस अवसर पर श्री व्लादिमीर वोरोंकोव, अवर महासचिव, संयुक्त राष्ट्र आतंकवाद रोधीकार्यालय सहित संयुक्त राष्ट्र के वरिष्ठ अधिकारी भी उपस्थित थे।